यह महाराष्ट्र मॉडल है या मौत का मॉडल? फडणवीस का सरकार पर हल्लाबोल

महाराष्ट में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवसी ने सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आम तौर पर हर राज्य में एक मुख्यमंत्री होता है लेकिन ठाकरे सरकार में मंत्री और राज्य मंत्री भी खुद को मुख्यमंत्री समझते हैं। उन्होंने पूछा,'यह सरकार है या सर्कस?'

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महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार के खिलाफ हमेशा आक्रामक रुख अपनाने वाले विधानसभा के विपक्षी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बार फिर सरकार को आड़े हाथों लिया है। फडणवीस ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र में जो चल रहा है, क्या उसे सरकार कहा जा सकता है? क्या इस राज्य में सरकार है? फडणवीस ने सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री अपने विभाग के राजा हैं, और हर विभाग में एक-एक वाझे है।

फडणवीस ने कहा कि आम तौर पर हर राज्य में एक मुख्यमंत्री होता है लेकिन ठाकरे सरकार में मंत्री और राज्य मंत्री भी खुद को मुख्यमंत्री समझते हैं। उन्होंने पूछा,’यह सरकार है या सर्कस?’ देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में 60 साल के इतिहास में भ्रष्टाचार, अनाचार और अत्याचार की ऐसी सरकार कभी नहीं रही।

महाराष्ट्र मॉडल है, मौत का मॉडल?
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र के कई मंत्री कोरोना नियंत्रण की बात करते हैं और वे इस बारे में झूठे दावे कर खुद ही अपनी पीठ थपथपाते हैं। देश में सबसे ज्यादा कोविड मरीज महाराष्ट्र में हैं। देश में जितने लोगों की कोरोना से मौत हुई है, उसमें हर तीसरा व्यक्ति महाराष्ट्र का है। उत्तर प्रदेश की गंगा नदी में लाश बहते पाए जाने पर महाराष्ट्र में हाहाकार मच गया, लेकिन बीड में 22 लाशों को एक साथ रखे जाने पर सरकार के मंत्री-नेता चुप हैं। उन्होंने कहा कि मुंबई के आलावा क्या महाराष्ट्र में और जिले नहीं हैं? फिर मुंबई में जितने कोविड सेंटर बनाए गए, उतने अन्य जिलों में क्यों नहीं बनाए गए? यह महाराष्ट्र मॉडल है, मौत का मॉडल?

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इसलिए अधिवेशन को दो दिन में समेटने का विचार
इस सरकार को मुंबई से बाहर नहीं दिखता है। कोविड काल में मुंबई में इतने सारे कोविड सेंटर बनाए गए। फिर नागपुर, नासिक, औरंगाबाद में कोविड सेंटर क्यों नहीं बनाए गए। सच तो यह है कि इस सरकार ने कोरोना काल में कई घोटाले किए हैं। महाराष्ट्र में वसूली सरकार है। पहले एक वाझे था। लेकिन अब हर विभाग में ऐसे कई वाझे हैं और उनके पते हमारे पास हैं। इसलिए सरकार ने दो दिनों में अधिवेशन को खत्म करने का फैसला किया है। फडणवीस ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार सत्र से भाग रही है क्योंकि इसमें भ्रष्टाचार और अराजकता सामने आने का खतरा है।

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अगर आप सहमत नहीं हैं तो हमें बताएं
हम 26 जून को ओबीसी आरक्षण के लिए आंदोलन करने जा रहे हैं। यह आरक्षण सरकार की उपेक्षा के कारण रद्द हो गया है। मैं सरकार को चुनौती देने के लिए तैयार हूं। हमने ओबीसी आरक्षण के लिए 50 प्रतिशत से अधिक काम कर दिया था, लेकिन ठाकरे सरकार आरक्षण बचाने में नाकाम रही।

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यह महाविकास आघाड़ी सरकार का पाप
फडणवीस ने कहा,यह महाविकास आघाड़ी सरकार का पाप है। इस सरकार ने ओबीसी अधिकारों का मुद्दा उठाया है, इस सरकार के मंत्री इम्पीरिकल डेटा का मतलब समझते हैं या नहीं? 5 महीने में हमने मराठा आरक्षण के लिए इंपीरिकल डेटा बनाया, जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने मंजूरी दे दी। अगर आप सहमत नहीं हैं तो हमें बताएं। उन्होंने कहा, “हम चार महीने में ओबीसी के इंपिरिकल डेटा को संकलित कर सकते हैं, अन्यथा हम पद पर नहीं रहेंगे।” फडणवीस ने कहा कि हम सरकार को तब तक चैन से नहीं रहने देंगे, जब तक ओबीसी को आरक्षण नहीं मिल जाता। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ओबीसी को धोखा दिया गया तो भाजपा चुप नहीं बैठेगी।

लोकतंत्र का गला घोटने का आरोप
फडणवीस ने कहा कि यह सरकार दिन-रात झूठ बोलने का काम कर रही है। लेकिन यहां लोकतंत्र का गला घोट दिया गया है। कोई कितना भी झूठ बोले, हमने जिस तरह 1975 की इमरजेंसी की लड़ाई लड़ी, उसी तरह यहां भी लड़ेंगे।

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