महाराष्ट्र कांग्रेस को गुटबाजी का शिकार होने का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है। पार्टी के एक नए फैसले से कांग्रेस के कई नेता नाराज बताए जा रहे हैं। पिंपरी चिंचवड में उन्हें एक दागी नेता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी देना रास नहीं आ रहा है।
दरअस्ल पार्टी ने कैलाश कदम को पिंपरी चिंचवड का अध्यक्ष नियुक्त किया है। लेकिन उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने का पार्टी के कई नेता विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि कैलाश कदम की छवि दागी नेता की है। उन्होंने इस बात से पार्टी के शीर्ष नेतृत्तव को भी अवगत करा दिया है। उनका कहना है कि पुणे में कैलाश कदम के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस स्थिति में उन्हें इतना बड़ा पद देने से पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
क्यों हो रहा है विरोध?
पार्टी के प्रदेश सचिव सचिन साठे कैलाश कदम को पिंपरी चिंचवड़ के अध्यक्ष बनाए जाने के विरोध में हैं। उनका कहना है,’ पार्टी के इस निर्णय का कई नेताओं ने विरोध किया है। इसके लिए एक बैठक भी आयोजित की गई थी। बैठक में कदम को इस पद पर चुने जाने का विरोध करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने अपनी भावनाओं से मुझे अवगत कराया। मैं उनके निर्णय को शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचा दूंगा।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इससे यह नहीं समझा जाना चाहिए कि पार्टी में कोई गुटबाजी है। पार्टी हमेशा से एकजुट है और वह आने वाले चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी।
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कई आपराधिक मामले दर्ज
बता दें कि कैलाश कदम पर हत्या, हत्या की कोशिश और हफ्ता वसूली जैसे कई मामले पुलिस थाने में दर्ज हैं। एक बार उन्हें पिंपरी चिंचवड़ से तड़ीपार भी कर दिया गया था। मिली जानकारी के अनुसार कैलाश कदम का इस पद के लिए चयन राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले नेताओं ने किया है। पार्टी को यहां एक दबंग चेहरे की तलाश थी। इसलिए कदम को इस पद के लिए चुना गया।