महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले आत्मनिर्भरता का नारा देकर प्रदेश में कांग्रेस की ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। वे गठबंधन सरकार में शामिल शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर ही निशाना साधकर दोनों पार्टियों की चिंता बढ़ा रहे हैं। इसी पृष्ठभूमि पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने 15 जुलाई को वर्षा बंगले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। पिछले कुछ दिनों में पवार और मुख्यमंत्री के बीच यह तीसरी मुलाकात है। मिली जानकारी के अनुसार बैठक में महाविकास आघाड़ी गठबंधन को लेकर चर्चा हुई है।
इन विषयों पर हुई चर्चा
बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले पिछले काफी दिनों से आक्रामक बयान दे रहे हैं। वे महाविकास आघाड़ी में शामिल शिवसेना और राकांपा को पछाड़कर आगे बढ़ने को लेकर खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं। हाल ही में पवार ने इस मुद्दे पर कांग्रेस नेताओं से नाराजगी जताई थी। साथ ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अक्सर अपने भाषणों में नाना की आत्मनिर्भरता पर टिप्पणी करते रहते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पटोले की बयानबाजी को लेकर इन दोनों नेताओं में चिंता और बेचैनी है। बैठक में दोनों नेताओं ने इस मुद्दे पर गंभीरता से चर्चा की है।
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ईडी की जांच पर भी चर्चा
महाविकास आघाड़ी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए भाजपा लगातार प्रयास कर रही है। दूसरी ओर सरकार में शामिल पार्टियां अपने नेताओं को ईडी के जाल में फंसाने का आरोप लगा रही हैं। प्रताप सरनाईक और अनिल देशमुख के बाद अब राकांपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे भी ईडी के रडार पर आ गए हैं। पता चला है कि दोनों नेताओं ने इस मुद्दे पर भी चर्चा की है। इसके साथ विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया, कृषि कानून और आगामी स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा की गई है।