महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य के ठाकरे सरकार की नाक में दम कर रखा है। इसके मद्देनजर सरकार के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत गठबंधन के अन्य प्रमुख नेताओं ने राज्यपाल से मिलने का निर्णय लिया है।
दरअस्ल वे राज्यपाल से मिलने का काफी पहले से ही प्रयास कर रहे थे, लेकिन राज्यपाल को समय नहीं मिल रहा था, इसलिए उनकी चिंता बढ़ गई थी। लेकिन अब राज्यपाल ने आखिरकार 1 सितंबर को मिलने के लिए समय दिया है। ऐसे में इस बात को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है कि क्या अब दोनों में सुलह हो पाएगी? क्या विधान परिषद में 12 विधायकों की नियुक्ति का मसला सुलझ जाएगा?
मुलाकात का मुद्दा
राज्यपाल द्वारा विधान परिषद में नियुक्त किए जाने वाले 12 विधायकों की सूची को लेकर यह मुलाकात होने जा रही है। भविष्य के विधायकों की यह सूची पिछले आठ महीनों से राज्यपाल के पास लंबित है। बैठक में राज्यपाल से इस पर तत्काल हस्ताक्षर करने का अनुरोध किया जाएगा। हालांकि यह मामला फिलहाल मुंबई उच्च न्यायालय में है।
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उच्च न्यायालय में मामला
सरकार का आरोप है कि इस मामले में राज्यपाल सहयोग नहीं कर रहे हैं, इसलिए मामला आखिरकार न्यायालय में पहुंच गया। हालांकि न्यायालय ने राज्यपाल की शक्तियों का अध्ययन करने के बाद कहा, ” जिस संवैधानिक पद पर राज्यपाल बैठे हैं, उस पद को देखते हुए हम उन्हें कोई आदेश नहीं दे सकते, लेकिन उन्हें 12 सदस्यों की सूची पर तत्काल फैसला लेना चाहिए।”
इसलिए नहीं हो सकी थी मुलाकात
यह बैठक पिछले सप्ताह 26 अगस्त को होने वाली थी। इसके लिए मुख्यमंत्री ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने का समय मांगा था। लेकिन वे चार दिवसीय दौरे पर महाराष्ट्र से बाहर थे। वे दिल्ली में कुछ वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर उत्तराखंड चले गए थे। उत्तराखंड का दौरा करने के बाद राजभवन से सरकार को उनकी वापसी की जानकारी दी गई थी।