राज्य में देवों के दर्शन की बात आखिर सरकार ने मान ली है। नवरात्रि के घटस्थापना के दिन अर्थात 7 अक्टूबर से सभी धर्मों के प्रार्थनास्थल खुल जाएंगे। इसके साथ ही कोरोना दिशानिर्देशों का ध्यान रखना प्रर्थनास्थलों के लिए अनिवार्य होगा।
राज्य में लॉकडाउन काल से ही सभी धर्मों के प्रार्थनास्थल बंद थे। इन स्थलों पर आधारित उद्योग बुरी तरह से प्रभावित हो रहे थे। इसके कारण लोग प्रार्थनास्थलों को खोलने की मांग कर रहे थे।
नवरात्रीच्या पहिल्या दिवशीपासून म्हणजे ७ ऑक्टोबर पासून राज्यातील सर्वधर्मियांची प्रार्थना स्थळे आरोग्याचे नियम पाळून भक्तांसाठी खुली करण्याचा निर्णय मुख्यमंत्री उद्धव बाळासाहेब ठाकरे यांनी घेतला आहे.
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) September 24, 2021
मंदिरों के आगे बड़ी समस्या
हिंदू मंदिरों के आगे आर्थिक समस्या बिकट थी, उन्हें न तो सरकार से कोई आर्थिक सहायता मिलती है और न ही चढ़ावे के रूप में आनेवाला धन प्राप्त हो रहा था। इसके कारण कई मंदिरों में पुजारियों और सेवार्थियों को कम कर दिया गया था, इसके अलावा यहां स्थित फूल, फल, प्रसाद, ट्रेवेल्स, होटल के उद्योग पूरी तरह से ठप थे। इससे धार्मिक स्थानों से चलनेवाला अर्थ चक्र बुरी तरह प्रभावित हुआ था।