महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नए विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को बधाई दी। उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष चुने जाने के लिए राहुल नार्वेकर की सराहना की। इसी के साथ भाजपा और शिंदे गुट की शिवसेना ने विधानमंडल में पहली लड़ाई जीत ली है। मुख्यंत्री शिंदे ने कहा कि राज्य में शिवसेना-भाजपा की सरकार बन गई है।
क्या कहा एकनाथ शिंदे ने?
बतौर मुख्यमंत्री आज एकनाथ शिंदे का विधायिका में पहला भाषण था। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से राज्य में चल रहे सत्ता संघर्ष के दौरान विधायकों को कई प्रलोभन दिखाए गए लेकिन 50 लोगों ने साथ आकर मुझ पर अपना विश्वास व्यक्त किया।
देश ने इस घटना पर संज्ञान लिया
मुख्यमंत्री ने कहा, “विधानसभा के अध्यक्ष होने की हमारी गौरवशाली परंपरा रही है और हम राज्य को पारदर्शी तरीके से चलाएंगे। एकनाथ शिंदे ने भी विश्वास जताया कि अध्यक्ष ने अब तक इस पद की प्रतिष्ठा को बरकरार रखा है और इसे आगे भी बरकरार रखा जाएगा।” उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “एक तरफ राज्य में बड़े नेता थे तो दूसरी तरफ बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे के शिवसैनिक थे।”
… यह मेरी किस्मत हैः शिंदे
एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के खिलाफ विद्रोह किया था। इस पर टिप्पणी करते हुए शिंदे ने कहा, “मेरे समेत 8 मंत्रियों ने सत्ता से इस्तीफा दिया। मुझे 50 विधायकों ने समर्थन दिया था। यह मेरा सौभाग्य है कि विधायकों को मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता पर विश्वास था। किसी के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश नहीं की गई। इस बीच बीजेपी ने अपनी दरियादिली दिखाकर मुझे मुख्यमंत्री बनाने की पहल की है> इसलिए राज्य में शिवसेना-भाजपा की सरकार बनी।” उन्होंने इसके लिए भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को धन्यवाद दिया।