महाराष्ट्र की राजनीतिक में चल रहे ऊहापोह को समाप्त करने के लिए राज्यपाल ने सरकार से बहुमत सिद्ध करने को कहा है। इस बीच महाविकास आघाड़ी सरकार के विधायकों का संख्याबल समझना आवश्यक है, क्योंकि उसी को आधार मानकर भाजपा ने राज्यपाल से बहुमत सिद्ध करने के लिए विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी।
सत्ता से हुए दूर
ग्राफ के अनुसार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास शिवसेना के मात्र 15 विधायक ही बचे हैं, जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 53 और कांग्रेस 44, सपा के 2, एमआईएम के 2, सीपीएम का 1, एसडब्लूपी का 1 और अन्य 6 विधायकों का समर्थन है। इस आधार पर उनके पास कुल 124 का संख्याबल है। जो बहुमत के लिए आवश्यक 144 विधायकों के संख्याबल से 20 कम है।
तो बहुमत इनके पास
इसी प्रकार भाजपा के पास अपने 106 विधायक, शिवसेना के असंतुष्ट 40, बहुजन विकास आघाड़ी के 3, एमएनएस का 1, रवि राणा 1, प्रहार जनशक्ति के 2, जन स्वराज्य शक्ति का 1, निर्दलीय 7 और अन्य 3, इस प्रकार भाजपा का संख्याबल 164 तक पहुंच गया है, जो बहुमत से 20 अधिक है।