राज्य में हिजाब को लेकर जहां रस्साकशी चल रही है, वहीं अब एक नया मुद्दा भाजपा विधायक एमपी रेणुकाचार्य ने उठाया है। उन्होंने मांग की है कि, राज्य में चलनेवाले मदरसों को प्रतिबंधित कर दिया जाए। इसके पीछे का कारण भी उन्होंने बताया है।
होन्नली के विधायक और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव एमपी रेणुकाचार्य ने मांग की है कि, मदरसों पर प्रतंबिध लगाया जाना चाहिये। इनमें देश द्रोही पाठ्यक्रम पढ़ाए जाते हैं। उन्होंने, इसके अलावा भी एक सुझाव दिया है कि, इन मदरसों पर प्रतिबंध न लगाना हो तो उनके पाठ्यक्रम में स्कूली शिक्षा का पाठ्यक्रम अनिवार्य किया जाए। विधायक ने यह मांग मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई और शिक्षा मंत्री से की है।
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वो नहीं बोलेंगे भारत माता की जय
विधायक ने कांग्रेस से पूछा कि, राज्य में मदरसे क्यों चाहिए। यह संस्थान बच्चों को भड़काने का कार्य करते हैं। इन मदरसों में पढ़नेवाले बच्चों का भविष्य ऐसा होगा कि, वे अपने ही देश के विरोध में हो जाएंगे और भारत माता की जय कभी नहीं बोलेंगे। क्या कांग्रेस के लिए वोट बैंक अधिक आवश्यक है?
हिजाब प्रकरण किसने भड़काया
हिजाब को लेकर एक बड़ा विवाद देश में छिड़ गया है। इसकी शुरुआत यद्यपि कर्नाटक से हुई थी। इस पर भाजपा विधायक ने आरोप लगाया है कि पोप्यूलर फ्रंट ऑफ इंडिया, सोशियल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया, कांग्रेस के नेता जनीर अहमद, यूटी कादर ने हिजाब प्रकरण को हवा दी। जिससे उसने बड़े विवाद का रूप ले लिया।