जम्मू-कश्मीरः परिसीमन रिपोर्ट पर कांग्रेस ने फिर जताई आपत्ति, मोदी सरकार पर साधा निशाना

जम्मू-कश्मीर के परिसीमन पर मुहर लग गई है, लेकिन उसका विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है।

84

जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 22 मई को एक बयान जारी करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी तथा गैर भाजपा दलों के विरोध के बावजूद परिसीमन आयोग की रिपोर्ट को स्वीकार करना सही नहीं है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के लगभग सभी गैर-भाजपा राजनीतिक दलों और अन्य सामाजिक राजनीतिक संगठनों के विरोध के बावजूद विवादास्पद परिसीमन रिपोर्ट को स्वीकार करने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कदम पर कड़ी आपत्ति जताई है।

उन्होंने इस कदम को दुर्भाग्यपूर्ण और लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ करार दिया तथा कहा कि सभी गैर भाजपा राजनीतिक दलों और स्वतंत्र सामाजिक संगठनों ने परिसीमन रिपोर्ट पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है और इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है लेकिन रिपोर्ट के खिलाफ व्यक्त विचारों के बावजूद केंद्र ने जल्दबाजी में रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया। शायद यह संदेश देने के लिए कि वह किसी भी आपत्ति से कम से कम परेशान है।

ये भी पढ़ें – झाड़-फूंक के नाम पर मौलाना ने नाबालिग को फंसाया, फिर किया ऐसा!

संशोधन की मांग
यह भाजपा सरकार के निरंकुश रवैये का प्रतिबिंब है। सरकार को मुख्य रूप से भौगोलिक और स्थलाकृतिक स्थिति, कनेक्टिविटी, निरंतरता के विपरीत अनुचित विच्छेदन और विभाजन के आधार पर विभिन्न क्षेत्रों में समाज के क्रॉस सेक्शन द्वारा व्यक्त किए गए बड़े पैमाने पर आपत्तियों और असंतोष पर ध्यान देना चाहिए था। जन सुविधा के आधार पर मामूली संशोधन की मांग करने वाले सैकड़ों अभ्यावेदनों पर भी आयोग द्वारा विचार नहीं किया गया और उन्हें सिरे से खारिज कर दिया गया। यह कदम से पता चलता है कि भाजपा सरकार को किसी भी विषय पर गैर-भाजपा विचारों की परवाह नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी हर नुक्कड़ पर पहुंचेगी और भाजपा सरकार के रवैये और दृष्टिकोण की व्याख्या करेगा।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.