श्री जगन्नाथ जी पर इस निर्णय से सोशल संताप, मंदिर प्रशासन ने भी दी सफाई!

श्रीजगन्नाथ मंदिर के अंतर्गत 315.337 एकड़ भूमि पहले ही सरकार बेच चुकी है। इसमें कटक में स्थित भारती मठ की इमारत है। इससे प्राप्त हुए पैसे को मंदिर के फंड में जमा करा दिया गया है।

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उड़ीसा सरकार ने श्री जगन्नाथ मंदिर के अधीन 35 हजार एकड़ जमीन बेचने के निर्णय पर कार्य शुरू कर दिया है। इसको लेकर देश में सोशियल मीडिया पर प्रतिसाद देखने को मिला है। इसमें सोशियल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने प्रश्न उठाया है कि हिंदू धार्मिक संस्थानों पर ही सरकार का प्रभुत्व क्यों होता है?

जानकारी के अनुसार राज्य सरकार ने श्री सिद्धिविनायक मंदिर की तिजोरी से 3 करोड़ रुपए ले लिये थे। इन पैसों का उपयोग 5 रुपए में शिवभोजन थाली देने के लिए राज्य सरकार ने किया। इसके अलावा तिरुपति बालाजी देवस्थान के फंड के लिए भी आंध्र प्रदेश सरकार ऐसे प्रयत्न करती रही है।

हिंदू मंदिरों के धन, संपत्ति पर सरकारों के अधिकार को लेकर लगातार विरोध के स्वर उठते रहे हैं। उड़ीसा सरकार द्वारा श्री जगन्नाथ मंदिर की 35 हजार एकड़ भूमि को बेंचने का निर्णय सोशल मीडिया पर यूजर्स के आक्रोष का शिकार हो गया है।

इस विषय को लेकर हिंदू जनजागृति समिति ने मंदिर के धन, संपत्ति में गड़बड़ी, उसके गैर उपयोग करने के चल रहे कार्यों को उठाया गया है।

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इस प्रकार एक अन्य ट्विटर यूजर मेजर सुरेंद्र पुनिया ने लिखा है कि ये आश्चर्यजनक है। क्या सरकार चर्च, मस्जिद, बुद्धिष्ट धार्मिक स्थान और गुरुद्वारों की संपत्ति बेच सकती है?

इसी प्रकार चेतना प्रभु ने लिखा है कि उड़ीसा सरकार जगन्नाथ मंदिर की 35 हजार एकड़ की भूमि बेचने जा रही है। यह सेकुलर सरकार की एक और घृणित कोशिश है। इसके विरुद्ध हिंदुओं को एक होना चाहिए और विरोध करना चाहिए।

ये है प्रकरण

  • उड़ीसा की बीजू जनता दल सरकार ने श्री जगन्नाथ मंदिर की 35 हजार एकड़ भूमि बेचने का निर्णय लिया है।
  • उड़ीसा के 24 जिलों में फैली है संपत्ति
  • यह भूमि उड़ीसा के अलावा अन्य छह राज्यों में है।
  • उड़ीसा विधानसभा में कानून मंत्री प्रताप जेना ने घोषणा की
  • उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल बी.डी शर्मा की अध्यक्षता में गठित की गई कमेटी की अनुशंसा पर किया गया निर्णय

इस बीच श्री जगन्नाथ मंदिर कार्यालय द्वारा जारी एक ट्वीटर संदेश में इस खबर को पूरी तरह से गलत बताया गया है। मंदिर प्रशासन ने भक्तों से ऐसी गलत खबरों से भ्रमित न होने की अपील की है।

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