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India Became Hub Of Startups Rajnath Singh

स्टार्टअप का केंद्र बन चुका भारत, राजनाथ सिंह ने बैंकिंग प्रणाली को लेकर कही यह बात

रक्षामंत्री ने कहा कि एक समय था, जब एक फोन कर देने भर से लोगों को करोड़ों का लोन दिया जाने लगा। बाद में उन लोन्स की रिकवरी होनी भी मुश्किल हो गई। मोदी ने उस तरह की ‘फोन बैंकिंग’ बंद कर दी है।

स्टार्टअप का केंद्र बन चुका भारत, राजनाथ सिंह ने बैंकिंग प्रणाली को लेकर कही यह बात

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि आज भारत में स्टार्टअप का एक बड़ा इकोसिस्टम तैयार हो गया है। 90 हजार स्टार्टअप और 105 यूनिकॉर्न कंपनियों के साथ भारत स्टार्टअप का केंद्र बन चुका हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत में रिकार्ड तोड़ विदेशी निवेश हो रहा है। एप्पल का नया कारखाना कर्नाटक में लग रहा है। इस काम को पहले एप्पल कंपनी चीन में करती था, अब भारत में करेगी।

पाकिस्तान-श्रीलंका की स्थिति को बताने की जरूरत नहीं
रक्षामंत्री सिंह लखनऊ के कॉल्विन कॉलेज ग्राउंड में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान और श्रीलंका दोनों देश किस तरह के संकट से जूझ रहे हैं, बताने की ज़रूरत नहीं है। आजकल तो पाकिस्तान में भी इस तरह की बात होने लगी है कि हमारे पास भी मोदी जैसा प्रधानमंत्री होना चाहिए। बैंकिंग व्यवस्था को मजबूत करने के लिए हमारे प्रधानमंत्री मोदी ने जो सुधार किए उसका ही परिणाम है कि आज लोगों का बैंकिंग प्रणाली पर पहले से भी भरोसा मजबूत हुआ है। बैंकिंग में सुधार करने का ही परिणाम है कि जहां अमेरिका और यूरोप के विकसित देशों के बैंक लड़खड़ा रहे हैं, भारत के बैंक काफी मजबूत हैं।

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भारतियों की आय हुई दोगुना
रक्षामंत्री ने कहा कि एक समय था, जब एक फोन कर देने भर से लोगों को करोड़ों का लोन दिया जाने लगा। बाद में उन लोन्स की रिकवरी होनी भी मुश्किल हो गई। मोदी ने उस तरह की ‘फोन बैंकिंग’ बंद कर दी है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था इस बात पर निर्भर करती है कि वहां शांति व्यवस्था कैसी है और वहां की बैंकिंग व्यवस्था कितनी सुदृढ़ है। देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए अच्छी बैंकिंग प्रणाली उसकी रीढ़ होता है।
भारत के प्रति व्यक्ति आय से जुड़े आंकड़े जारी हुए हैं, जिससे पता चलता है कि 2014-15 से 2022-23 में भारतीयों की औसत आय लगभग दो गुनी हो गई है। साल 2014-15 में आम भारतीय की सालाना औसत आय 86,647 रुपये थी, जो 2022-23 में बढ़कर 01.72 लाख रुपये सालाना हो गई है।

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