हाफकिन इंस्टीट्यूट मुंबई में बनाएगा वैक्सीन, ये होंगे फायदे!

कोरोना संक्रमण के कारण जहां पूरे देश में तबाही मची हुई है, वहीं महाराष्ट्र सरकार को इस संकट के दौर में केंद्र ने बड़ा उपहार दिया है।

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हाफकिन इंस्टीट्यूट को भारत सरकार द्वारा प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के माध्यम से मुंबई में भारत बायोटेक को वैक्सीन विकसित करने की मंजूरी दी गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने अनुरोध को स्वीकार करने और महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर वैक्सीन उत्पादन की अनुमति देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है।

ये होंगे फायदे
समझा जा रहा है कि मुंबई में इस वैक्सीन को बनाए जाने से मुंबईकरों के साथ ही महाराष्ट्र भर के लोगों को काफी लाभ मिल सकेगा। इस वजह से जहां बड़े पैमाने पर स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सकेगा, वहीं टीका प्राप्त करने में भी प्रदेश को आसानी होगी। इसके साथ ही इससे महाराष्ट्र सरकार को अच्छा-खासा राजस्व भी प्राप्त हो सकेगा। साथ ही इससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मुंबई तथा महाराष्ट्र की ख्याति बढ़ सकेगी।

केंद्र का रहेगा नियंत्रण
इस पर पूरा नियंत्रण केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का रहेगा, लेकिन फिर भी महाराष्ट्र सरकार का किसी न किसी रुप में इसका लाभ जरुर मिलेगा। इस वजह से महाराष्ट्र में टीके की उपलब्धता भी बढ़ सकेगी और जल्द से जल्द यहां लोगों का टीकाकरण कर उन्हें कोरोना जैसी भयानक बीमारी से मुक्ति का वरदान दिया जा सकेगा।

एक साल की मान्यता
मुख्य सचिव सीताराम कुंटे को भेजे गए एक पत्र में, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव रेणु स्वरूप ने कहा है कि वैज्ञानिक विशेषज्ञों की एक समिति की सिफारिश पर यह मंजूरी दी गई है। कोवैक्सीन बनाने के लिए 1 वर्ष की अवधि दी गई है। पत्र में कहा गया कि हाफकिन बायोफार्मा कॉर्पोरेशन को वर्तमान में बढ़ते कोरोना संक्रमण और टीकों की मांग को देखते हुए इसके लिए जल्द से जल्द अनुभवी और प्रशिक्षित तकनीशियनों की नियुक्ति करनी चाहिए।

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मुख्यमंत्री की मांग पर मंजूरी
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्य सचिव को इस परियोजना की नियमित रूप से निगरानी करने और उत्पादन को समय पर पूरा करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति करने को कहा है। बता दें कि राज्य में टीकों की भारी कमी देखी जा रही है, जबकि जल्द से जल्द सभी को टीका लगाना आवश्यक है, इसलिए ठाकरे ने केंद्र से मांग की थी कि वैक्सीन उत्पादन के लिए हाफकिन जैसे संस्थान को मंजूरी दी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विश्वास व्यक्त किया कि केंद्र सरकार द्वारा मांग को स्वीकार किए जाने के बाद वैक्सीन उत्पादन में काफी तेजी आएगी।

महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित प्रदेश
बता दें कि महाराष्ट्र कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित प्रदेश है। यहां पिछले 24 घंटे में कोरोना के 61,695 नए मामले आए हैं, जबकि 349 लोगों की मौत हो गई है।

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