महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख 100 करोड़ वसूली मामले में लंबे समय बाद 1 नवंबर को ईडी के सामने पेश हुए। वे ईडी कार्यालय पहुंचे और ईडी के समक्ष पेश हुए। इस बीच यह चर्चा चलती रही कि क्या देशमुख को इस मामले में गिरफ्तार किया जाएगा? राजनैतिक हलकों में इस बात की भी चर्चा की जा रही है कि इतने लंबे समय बाद अचानक पूर्व गृह मंत्री ईडी के सामने क्यों पेश हुए? इस बारे में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने दावा किया है कि अगर देशमुख अब ईडी के समक्ष पेश नहीं होते तो उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया जाता। इसलिए उनके सामने ईडी के सामने सरेंडर करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं था। उन्होंने कहा कि देशमुख ने ईडी की गिरफ्तारी से बचने की पूरी कोशिश की लेकिन वे इससे कब तक बच पाते हैं, यह देखना होगा।
देशमुख ने ट्विटर पर दी जानकारी
इस बीच अनिल देशमुख ने 1 नवंबर को ट्वीट कर बताया कि वह दोपहर करीब साढ़े बारह बजे ईडी कार्यालय जा रहे हैं। देशमुख ने अपने ट्वीट में कहा, “माननीय उच्च न्यायालय ने भले ही मुझे विशेष न्यायालय में जाने की संवैधानिक स्वतंत्रता दी हो, लेकिन मैं ईडी कार्यालय जाऊंगा और जांच में पूरा सहयोग करूंगा।”
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वीडियो के जरिए दिया स्पष्टीकरण
अनिल देशमुख ने एक वीडियो ट्वीट कर अपना बचाव किया है। वीडियो में उन्होंने कहा, “नमस्कार, मैं अनिल देशमुख हूं। जब मुझे ईडी का समन मिला, तो मीडिया में झूठी खबरें आईं कि मैं ईडी के साथ सहयोग नहीं कर रहा हूं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि जब भी मुझे ईडी की ओर से समन मिला, मैंने उन्हें बताया कि मेरी याचिका उच्च न्यायालय में है। उसका ट्रायल चल रहा है। मैंने सर्वोच्च न्यायालय में भी याचिका दायर की है। वहां से निर्णय आने के बाद मैं व्यक्तिगत रूप से ईडी कार्यालय जाऊंगा।”
मा. उच्च न्यायालयाने माझ्या संविधानातील अधिकारात मला विशेष कोर्टात जाण्याचे स्वातंत्र दिले असतानाही मी आज ईडीच्या कार्यालयात जाऊन चौकशी साठी संपुर्ण सहकार्य करणार आहे. pic.twitter.com/c7OZ2MY1zS
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) November 1, 2021
खास बात
देशमुख अपने वकील इंद्रपाल सिंह के साथ पहुंचे ईडी कार्यालय
इससे पहले 5 समन मिलने के बाद भी पेश नहीं हुए थे देशमुख
11 बजकर 40 मिनट पर बलार्ड इस्टेट इलाके में स्थित ईडी कार्यालय में हुए पेश
पिछले हफ्त बॉम्बे उच्च न्यायालय ने ईडी द्वारा उन्हें भेजा गया समन रद्द करने से कर दिया था इनकार
यह है मामला
मुंबई पुलिस को कथित रुप से होटल, बीयर और डांस बारों से 100 करोड़ रुपए की वसूली का दिया था टारगेट
मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर लगाया था आरोप
फिलहाल परमबीर सिंह को देश छोड़ने की खबर