भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 25 नवंबर को मध्य गुजरात में तूफानी चुनाव प्रचार किया। उनके निशाने पर कांग्रेस रही। शाह ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए उसे भ्रष्टाचार का पर्यायवाची शब्द तक बताया। उन्होंने कहा कि करोना टीके को लेकर कांग्रेस जनता को गुमराह करती रही, लेकिन प्रधानमंत्री के प्रयासों से महज 13 महीने में देश ने कोरोना टीका बनाकर लाखों लोगों को टीके उपलब्ध कराए।
गुजरात विधानसभा चुनाव में अब गिनती के दिन बचे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तीन दिनों के धुआंधार चुनाव प्रचार के बाद शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत कई केंद्रीय नेताओं ने मोर्चा संभाला। भाजपा की कमजोर स्थिति वाली सीटों पर स्टार प्रचारकों का फोकस रहा। उन्होंने इस दौरान केंद्र और राज्य सरकारों की उपलब्धियां गिनाईं तो विरोधियों को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आरोपों की बौछार के बीच केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने भरुच जिले के वागरा में कहा कि कांग्रेस यानी भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचार यानी कांग्रेस। उन्होंने कहा कि सोनिया-मनमोहन के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में घोटालों और भ्रष्टाचार का शासन था। कांग्रेस को पोलियो का टीका लाने में 40 साल लग गए, लेकिन भाजपा शासित केंद्र सरकार ने महज 13 महीने में टीका लाकर 200 करोड़ डोज लोगों को लगवा दिए।
राहुल गांधी ने ली चुटकी
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पर वैक्सीन का विरोध करने का आरोप लगाया। उन्होंने चुटकी ली कि राहुल गांधी भी वैक्सीन को लेकर भ्रम फैला रहे थे, लेकिन रात के अंधेर में उन्होंने भी वैक्सीन लगवा ली होगी। कोरोना जैसी महामारी के वक्त राजनीति करने को लेकर शाह ने कांग्रेस की आलोचना की। प्रदेश में हुए विकास कामों की चर्चा कर शाह ने कहा कि दहेज और हजीरा को जोड़ने वाले रास्ते का काम शुरू हो चुका है। भरुच में 8 हजार करोड़ रुपये के कामों का भूमिपूजन किया गया। भरुच और अंकलेश्वर को ट्वीन सिटी के रूप में विकसित करने का काम किया जा रहा है।
कांग्रेस पर बोला हमला
इससे पूर्व उन्होंने दाहोद जिले के झालोद में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों के विकास के लिए कुछ नहीं किया। कांग्रेस ने सिर्फ आदिवासी समाज के मत को लूटा। क्षेत्र में बिजली की समस्या को उन्होंने कांग्रेस शासनकाल की देन बताई। शाह ने कहा कि भाजपा सरकार ने क्षेत्र को 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की। शाह ने कांग्रेस पर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में आदिवासियों के लिए मामूली बजट रहता था, लेकिन भूपेन्द्र पटेल की सरकार ने आदिवासियों के कल्याण के लिए एक लाख करोड़ जैसी बड़ी रकम का बजट बनाया। आदिवासियों को जमीन के कागजात दिए गए। उन्होंने कहा कि 75 साल तक कांग्रेस ने किसी आदिवासी को राष्ट्रपति नहीं बनाया। इतना ही नहीं भाजपा ने जब पहली आदिवासी महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया तो कांग्रेस ने इसका विरोध किया।