पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक को लेकर देश की राजनीति गरमाई हुई है। कांग्रेस जहां मामले में अपने को निर्दोष साबित करने के लिए तरह-तरह के बयान दे रही है, वहीं भारतीय जनता पार्टी पंजाब की चन्नी सरकार को घेरने की हर तरह की कोशिश में लगी है। इस बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में प्रदेश की कांग्रेस सरकार को पूरी तरह फेल बताते हुए वहां राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। कैप्टन ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफे की भी मांग की है।
अपनी पार्टी गठित कर भाजपा के साथ पंजाब विधानसभा चुनाव में उतरने की घोषणा कर चुके कैप्टन ने कहा कि अगर हमें अपने राज्य को सुरक्षित रखना है और यहां कानून-व्यवस्था बनाए रखना है तो मुझे लगता है कि राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए।
कैप्टन ने ट्विटर पर चन्नी सरकार पर साधा निशाना
कैप्टन ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक बताते हुए ट्विट किया, “पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गई है। सरकार उन्हें सुरक्षा नहीं उपलब्ध करा सकी,जबकि वो जगह पाकिस्तान से मात्र 10 किमी दूर है। इस स्थिति मे आपको पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। आपको इस्तीफा दे देना चाहिए।”
Complete failure of law and order in Punjab, CM and HM Punjab, in particular. When you cannot provide smooth passage to the Prime Minister of the country and that too just 10km from the Pakistan border, you have no right to stay in office and should quit!
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) January 5, 2022
प्रधानमंत्री की रैली रद्द होने पर ट्विवट वॉर
पंजाब में 5 जनवरी को करीब 20 मिनट तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला एक फ्लाईओवर पर फंसने के बाद से सियासत गरमा गई है। कांग्रेस का आरोप है कि यह एक साजिश है। मौसम खराब होने के साथ ही सभास्थल पर लोगों की भीड़ नहीं जुटने के कारण मोदी ने अपनी रैली रद्द कर दी तथा अब केंद्रीय गृह मंत्रालय इस बारे में पंजाब सरकार से रिपोर्ट के साथ हि जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की मांग कर रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है,” इस तरह की लापरवाही अस्वीकार्य है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने पंजाब में सुरक्षा उल्लंघनों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। शाह ने कहा कि पंजाब में घटी यह घटना इस बात का ट्रेलर है कि पार्टी कैसे सोचती है और काम करती है। जनता द्वारा नकार दिए जाने के बाद कांग्रेस पागल हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को अपने कार्यों के लिए भारत के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।”
गरमाई राजनीति
पंजाब में 5 जनवरी को करीब 20 मिनट तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला एक फ्लाईओवर पर फंसने के बाद से सियासत गरमा गई है। कांग्रेस का आरोप है कि यह भाजपा की साजिश है। मौसम खराब होने के साथ ही सभास्थल पर लोगों की भीड़ नहीं जुटने के कारण मोदी ने अपनी रैली रद्द कर दी, जबकि केंद्रीय गृह मंत्रालय इस बारे में पंजाब सरकार से रिपोर्ट के साथ ही जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की मांग कर रही है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है,” इस तरह की लापरवाही अस्वीकार्य है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने पंजाब में सुरक्षा उल्लंघनों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। शाह ने कहा कि पंजाब में घटी यह घटना इस बात का ट्रेलर है कि पार्टी कैसे सोचती है और काम करती है। जनता द्वारा नकार दिए जाने के बाद कांग्रेस पागल हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को अपने कार्यों के लिए भारत के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।”
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