यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुंबई फिल्म इंडस्ट्री की तर्ज पर यूपी में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्मसिटी के निर्माण को लेकर तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने नोएडा में जगह भी आवंटित कर दी है। अब इस काम को गति देने के लिए वे 2 दिसंबर को मुंबई आ रहे हैं। वे यहां इस प्रोजक्ट को लेकर बॉलीवुड के मशहूर निर्माता-निर्देशकों के साथ बैठक कर उनके साथ विचार-विमर्श करेंगे। इसके साथ ही वे उत्तर प्रदेश के लखनऊ नगर निगम के बॉन्ड जारी करने की प्रक्रिया में भी शामिल होंगे।
बैठक में ये होंगे शामिल
मिली जानकारी के अनुसार बैठक में फिल्म निर्मता-निर्देशक सुभाष घई, राजकुमरा संतोषी बोनी कपूर, टी सीरीज के भूषण कुमार, जी स्टूडियो के जतीन सेठ, नीरज पाठक, रणदीप हुड्डा, तिगमांशू धुलिया, जिमी शेरगिल, तरण आदर्श, कोमल नहाटा आदि शामिल होंगे।
योगी के कदम से महाराष्ट्र में खलबली
सीएम योगी के इस ऐलान के बाद महाराष्ट्र के कई राजनीतिज्ञों औऱ बॉलीवुड के कुछ लोग यूपी सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने खुद इस मुद्दे पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि उनकी सरकार फिल्म इंडस्ट्री को उत्तर प्रदेश में ले जाने की साजिश को सफल नहीं देगी।
कांग्रेस का गंभीर आरोप
योगी के मुंबई दौरे पर कांग्रेस ने गंभीर आरोप लगाए हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने आशंका जताई है कि योगी के आगमन पर महाराष्ट्र के उद्योगपतियों और बॉलीवुड के फिल्म निर्माताओं को धमकाया जा सकता है। इसलिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और महाविकास आघाड़ी सरकार राज्य के उद्योगपतियों और फिल्मकारों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे।
बॉलीवुड को यूपी ले जाने की साजिश
सचिन सावंत ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत मामले को उछालकर राज्य के उद्योगों और बॉलीवुड को महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश ले जाने की साजिश रची जा रही है। यूपी के सीएम महाराष्ट्र के उद्योगपतियों और बॉलीवुड की हस्तियों से चर्चा कर अपने राज्य में निवेश बढा़ने की कोशिश करेंगे।
मुंबई और बॉलीवुड का गहरा नाता
सुप्रिया सुले ने कहा है कि अगर बॉलीवुड को मुंबई से अलग नहीं होने दिया जाएगा। मुंबई और बॉलीवुड दूध-चीनी जैसे एक दूसरे से मिले हुए हैं। दोनों को अलग नहीं किया जा सकता।
क्या कहते हैं, भाजपा सांसद गिरीश बापट
बॉलीवुड हो या कोई अन्य सांस्कृतिक क्षेत्र, उनमें बड़ी संख्या में लोगों को अवसर मिलता है। इस तरह का अगर कोई काम हो रहा है तो उसे प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।
यूपी में होगा फिल्मसिटी का निर्माण
सुशांत सिंह राजपूत केस के बाद जिस तरह के हालात बॉलीवुड में देखने को मिल रहे हैं, उससे देश ही नहीं विदेशों में रह रहे भारतीयों को भी काफी निराशा हुई है। जिन अभिनेत्रियों की फिल्में देखने के लिए वे पैसे खर्च करने के साथ ही तीन घंटे का अपना कीमती वक्त निकालकर सिनेमा हॉल में जाते थे, उन्हें आज ड्रग्स जैसे मामले में फंसे और बेहाल देखकर उनका भ्रम टूट गया है। वास्तव में ये सितारे बिलकुल जमीन पर आ गए हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में फिल्मसिटी के निर्माण का ऐलान करने के साथ ही इसके निर्माण की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाकर न सिर्फ यूपी-बिहार के लोगों में, बल्कि पूरे देश-दुनिया के कलाकारों, टेक्निशियंस और फिल्म से जुड़े तमाम तरह के लोगों के साथ ही फिल्म दर्शकों में भी उत्साह भर दिया है।
एक हजार एकड़ में बनेगी इंफोटेनमेंट सिटी
इसका नाम इंफोटेनमेंट रखे जाने की वजह बताते हुए यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि यहां फिल्मों से जुड़े तमाम तरह के काम किए जाएंगे। फिल्मों के आलावा यहां सीरियल्स की भी शूटिंग होगी। इस सिटी का निर्माण एक हजार एकड़ में किया जाएगा। प्राधिकरण 10 दिन में अपना विस्तृत प्रस्ताव सरकार के संबंधित विभाग के पास भेजेगा।प्रस्ताव बनाते समय सरकार के इसको लेकर उद्देश्यों को विशेष तौर पर ध्यान में रखा जएगा।
नितिन देसाई का अहम रोल
फिल्म निर्माता -निर्देशक नितिन देसाई भी इसमें मुख्य भूमिका निभाएंगे। वे फिल्मकारों की ओर से इंफोनमेंट सिटी का प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं। वो स्टूडियो और शूटिंग की विभिन्न जरुरतों के साथ ही फिल्म निर्माण के लिए अन्य जरुरतों की भी रुपरेखा तैयार करेंगे।
इंफोनमेंट सिटी की खासियत
यहां सीरियल्स और फिल्मों की शूटिंग के स्टूडियो, एनीमेशन, वेब सीरीज, कार्टून फिल्म, डाक्यूमेंट्री,डिजिटल मीडिया आदि के लिए सभी तरह की जरुरी और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके आलावा फिल्म प्रोडक्शन, स्टूडियो, आउटडोर लोकेशन, स्पेशल इफेक्ट स्टूडियो, होटल, क्लब हाउस, गांव, वर्कशॉप, टूरिस्ट एंड इंटरटेनमेंट, फिल्म यूर्निवसिटी, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, फूड कोर्ट, एम्यूजमेंट पार्क, कन्वेंशन सेंटर, म्यूजियम, कॉमन पार्किंग आदि का भी निर्माण किया जाएगा।