भारतीय किसान यूनियन एक बार फिर सरकार की मुश्किलें बढ़ाने में जुट गई है। यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसान आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने 26 जनवरी को फिर ट्रैक्टर मार्च का ऐलान किया है।
टिकैत ने कहा कि सरकार की नीयत ठीक नहीं है। अभी भी किसानों के खिलाफ दर्ज कई मुकदमे वापस नहीं लिए गए हैं। हालांकि उन्होंने इस बारे में अंतिम मुहर 15 जनवरी को लगने की बात कही है।
15 जनवरी को बैठक
बीकेयू नेता ने कहा कि 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की महत्वपूर्ण बैठक होगी। इस बैठक में किसानों की मांगों और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा की जाएगी। उसके बाद 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने की घोषणा की जा सकती है।
टिकैत ने लगाया आरोप
राकेश टिकैत ने कहा, “सरकार का ध्यान किसानों की जमीन पर है। इससे सावधान रहने की जरुरत है। सरकार का अगला कदम उन भूमिहिन किसानों के खिलाफ होगा, जो जानवर पालकर, दूध बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा।
खाप महापंचायत में बोल रहे थे टिकैत
टिकैत ने चरखी दादरी में कहा कि खाप समाज का आईना है और इनका इतिहास काफी गौरवशाली रहा है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा को खापों ने मजबूती से साथ दिया है। टिकैत निर्दलीय विधायक और फौगाट खाप 40 के प्रधान सोमवीर सांगवान द्वारा आयोजित खाप महापंचायत में बोल रहे थे।
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26 जनवरी 2021 को क्या हुआ था?
वर्ष 2021 में भी 26 जनवरी को केंद्र की तीनों कृषि कानूनों के विरोध में 41 किसान संगठनों के संयुक्त किसान मोर्चा ने ट्रैक्टर रैली निकाली थी। इस रैली में किसानों के कुछ ग्रुप पुलिस बैरिकेटिंग तोड़कर दिल्ली में दाखिल हो गए थे। उसके बाद कई स्थानों पर हिंसा हुई थी। इस हिंसा में पुलिस के 109 जवान घायल हो गए थे, जबकि एक किसान की मौत हो गई थी। इसके साथ ही कुछ युवकों ने लाल किले पर धार्मिक झंडा फहरा दिया था। बाद में इस मामले में कई किसानों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज किया गया था। साथ ही कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था।
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— ANI (@ANI) January 26, 2021