गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के आरोपियों पर दिल्ली पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में कई किसान नेताओं के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने इन्हें अपने पासपोर्ट जमा करने का आदेश जारी किया है, ताकि इनके विदेश जाने पर रोक लगाई जा सके।
नोटिस में क्या है?
किसानों से नोटिस में ये पूछा गया कि ट्रैक्टर परेड के दौरान उन्होंने तय समझौते का उल्लंघन क्यों किया और इस मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए? इस नोटिस का जवाब देने के लिए उन्हें तीन दिन का समय दिया गया है। यह नोटिस 22 से ज्यादा किसान नेताओं को जारी किया गया है। उनमें योगेंद्र यादव, बलबीर राजेवाल, बदलदेव सिंह सिरसा, राकेश टिकैत आदि के नाम शामिल हैं। समझा जा रह है कि जल्द ही इन नेताओं की गिरफ्तारी हो सकती है।
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राकेश टिकैत को थमाया नोटिस
इस बीच दिल्ली पुलिस ने दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर जाकर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को नोटिस थमाया है। टिकैत ने कहा है कि उन्हें नोटिस वाट्सएप पर भेजा गया है। वे पढ़ने के बाद पुलिस को अपना जवाब भेजेंगे। उन्होंने आंदोलन खत्म करने से इनकार करते हुए कहा है कि जब तक किसान कानूनों को वापस नहीं लिया जाता, तब तक उनका आदंलोन जारी रहेगा।
Delhi Police issues notice to Bharatiya Kisan Union spokesperson Rakesh Tikait asking to explain as to why legal action should not be taken against him for breaching the agreement with police regarding the tractor rally on January 26. (File photo) pic.twitter.com/KKZqx2Igt5
— ANI (@ANI) January 28, 2021
दो किसान संगठनों ने आंदोलन वापस लिया
इस बीच दो किसान संगठनों राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन और भारतीय किसान यूनियन( भानू) ने आंदोलन वापस ले लिया है। लेकिन राकेश टिकैत की भारतीय किसान यूनियन अभी भी आंदोलन पर अड़ी हुई है।
‘बख्शे नहीं जाएंगे दोषी’
दिल्ली पुलिस ने लाल किले पर हिंसा को घोर निंदनीय और राष्ट्रविरोधी कृत्य बताया है। पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि हिंसा में शामिल किसानों और अन्य लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें जारी किए गए नोटिस में ट्रैक्टर परेड के समझौते का भी हवाला दिया गया है। पुलिस कमिश्नर ने किसान नेता दर्शन पाल से अपने उन नेताओं के नाम बताने को कहा है, जो हिंसा में शामिल थे।
ये भी दिल्ली पुलिस के रडार पर
दिल्ली पुलिस के आरोपियों की लिस्ट में लाल किले पर हुई हिंसा और निशान साहिब का धार्मिक झंडा फहराने के मामले में अभिनेता दीप सिद्धू और गैंगस्टर लक्खा सिंह सिधाना के नाम भी शामिल हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। एफआईआर में प्राचीन स्मारकों और पुरातात्विक स्थलों के साथ ही अवशेष तथा शस्त्र अधिनियम के प्रावधानों को भी जोड़ा गया है।
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400 से ज्यादा किसान घायल
बता दें कि इस हिंसक हमले में 400 से अधिक पुलिसकर्मी और अधिकारी घायल हुए हैं। उनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। इस बीच 28 जनवरी को केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने उनसे मिलकर उनका हाल-चाल पूछा तथा साथ ही उनकी बहादुरी की प्रशंसा की।
बढ़ाई गई सुरक्षा
किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली से सटी सीमाओं पर भारी पुलिस बल तैनात है। लाल किले में भी सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकाली थी। लेकिन कुछ ही देर बाद हिंसा शुरू हो गई थी।