Muzaffarnagar: भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत को पहलगाम हमले को लेकर दिया गया बयान भारी पड़ गया। देश जब पाकिस्तान से युद्ध लड़ने की तैयारी कर रहा है, तब अपने ही देश के कुछ नेताओं द्वारा दिए जा रहे कथित रूप से देश विरोधी बयान लोगों के लिए बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा है। ऐसा ही एक दृश्य उत्तर प्रदेश के मुजफ्फनगर में देखने को मिला।
दरअस्ल उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान नेता टिकैत को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। एक कार्यक्रम के दौरान उन्हें धक्का दिया गया, उनकी पगड़ी उतारी गई और उन पर लाठी से हमला किया गया।जब स्थिति बिगड़ गई तो पुलिस को उन्हें सुरक्षित बाहर निकालना पड़ा।
क्यों भड़का लोग?
पहलगाम हमले पर टिकैत के बयान पर विवाद हो गया। यह घटना ऐसे समय हुई जब टिकैत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था, “इस घटना से किसको फायदा हो रहा है? चोर आपके बीच है, पाकिस्तान में नहीं। हिंदू-मुस्लिम कौन कर रहा है? उनके पास जवाब है।”
हिंदू संगठनों में गुस्सा
इस बयान से हिंदू संगठनों में गुस्सा भड़क गया, जिसके बाद मुजफ्फरनगर में उनके खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन हुआ। ‘पाकिस्तान के खिलाफ जन आक्रोश रैली’ में टिकैत निशाने पर आ गए। मुजफ्फरनगर के टाउन हॉल में पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़ी रैली का आयोजन किया गया था, जहां हिंदू संगठनों के सदस्यों और स्थानीय लोगों की भीड़ जुटी थी। इस रैली के दौरान राकेश टिकैत पर भीड़ ने हमला कर दिया, जिसके बाद भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा।
पाकिस्तान का किया था बचाव
टिकैत ने क्या कहा? टिकैत ने पहलगाम हमले पर सवाल उठाते हुए संकेत दिया था कि “हमले के पीछे कोई अंदरूनी साजिश हो सकती है।” उनके बयान को पाकिस्तान का बचाव मानते हुए कई लोग नाराज हो गए, जिसकी प्रतिक्रिया आज मुजफ्फरनगर में देखने को मिली।
राकेश टिकैत पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहे थे,
आज जान बचाकर भागना पड़ा अपने क्षेत्र के किसानो से 😳
— Prof Sudhanshu 🚩 (@ProfSudhaanshu) May 2, 2025
पाक क्रिकेट सितारों के अकाउंट भी बैन
भारत में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ियों बाबर आजम, मोहम्मद आमिर, शाहीन अफरीदी, मोहम्मद रिजवान और कई अन्य के इंस्टाग्राम अकाउंट भी भारत में एक्सेस नहीं किए जा सकेंगे। यह कार्रवाई 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर बैन लगाने के बाद की गई है, जो भारतीय सेना और सुरक्षा बलों के खिलाफ भड़काऊ और अफवाहें फैला रहे थे।
मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी प्रतिबंध
प्रतिबंधित चैनलों की सूची में डॉन, जियो न्यूज, एआरवाई न्यूज और बोल न्यूज जैसे प्रमुख पाकिस्तानी समाचार नेटवर्क के यूट्यूब चैनल शामिल हैं। साथ ही, कई पाकिस्तानी पत्रकारों और लोकप्रिय यूट्यूब हैंडल को ब्लॉक कर दिया गया है।
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आतंकवादियों को मिलेगी कड़ी सजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा देने का संकल्प दोहराया है। गृह मंत्री अमित शाह ने भी साफ कर दिया है कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को बख्शा नहीं जाएगा।