विदेश मंत्री एस जयशंकर अपनी तीन दिवसीय साइप्रस यात्रा पर हैं। शनिवार को एस. जयशंकर ने एक व्यावसायिक कार्यक्रम को संबोधित किया। इसके साथ ही विदेश मंत्री ने साइप्रस में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की। इस दौरान विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को जमकर खरी-खरी सुनाई।
विदेश मंत्री की पाकिस्तान को दो टूट
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भारत को बातचीत की मेज पर लाने के लिए आतंकवाद को हथियार के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। विदेश मंत्री ने साफ-साफ कहा कि हम अपने हर एक पड़ोसी देश से अच्छे रिश्ते चाहते हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं की कोई आतंकवाद को बढ़ावा दे और हम उससे बातचीन करें। एस जयशंकर ने दो टूक कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के साथ बातचीत की मेज पर भारत कभी नहीं आएगा। चीन को लेकर विदेश मंत्री ने कहा कि इस समय चीन के साथ हमारे रिश्ते सामान्य नहीं हैं।
साइप्रस में भारतीय समुदाय के साथ अच्छी मुलाक़ात।
प्रवास के दौरान हुए आधिकारिक agreements के विषय में बात की । भारत-साइप्रस के मध्य finance, shipping, IT, services, mobility और राजनीतिक cooperation की संभावनाओं के बारे में भी चर्चा की। pic.twitter.com/ihOgdZ56fi
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 30, 2022
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वैश्विक अर्थव्यवस्था में बढ़ रहा भारत का दबदबा
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का दबदबा बढ़ रहा है। भारत को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए महत्वपूर्ण स्थान बनाने में मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों व सुधारों ने योगदान दिया। जयशंकर ने कहा कि हम अपने इतिहास में सर्वाधिक एफडीआई प्रवाह प्राप्त कर रहे हैं। पिछले साल हमें एफडीआई के रूप में 81 अरब डॉलर मिले। हमारे व्यापार का काफी विस्तार हुआ है। वर्ष 2021-22 के लिए पहली बार हमारा निर्यात 400 अरब डॉलर के पार गया और इस साल हमने 470 अरब डॉलर का लक्ष्य रखा है।