महाराष्ट्र की 18 महानगर पालिकाओं में चुनाव! जानिये, किसकी होगी जीत, किसकी होगी हार?

महाराष्ट्र में मनपाओं के चुनाव आ रहे हैं। ऐसे समय में महाविकास आघाड़ी ने वार्ड का ढांचा ही बदल दिया है। मुंबई को छोड़कर राज्य के अन्य सभी मनपाओं में 3 सदस्यीय वार्ड संरचना होगी।

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2014-2018 के महानगरपालिकाओं के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने मोदी लहर के दम पर ज्यादातर मनपाओं पर जीत हासिल की थी। हालांकि 2019 में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस ने साथ आकर भाजपा को प्रदेश की  सत्ता से बेदखल कर दिया। अब एक बार फिर मनपाओं के चुनाव आ रहे हैं। ऐसे समय में महाविकास आघाड़ी ने वार्ड का ढांचा ही बदल दिया है। मुंबई को छोड़कर राज्य के अन्य सभी मनपाओं में 3 सदस्यीय वार्ड संरचना होगी। स्वाभाविक रूप से उसका झटका भाजपा को लग सकता है, क्योंकि इस बार वह अकेली चुनाव लड़ेगी। हालांकि, हाल ही में राज्य में जिला परिषद और पंचायत समिति के उपचुनाव में सभी दलों ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा था। अगर मनपा चुनावों में भी यही समीकरण रहा तो उनके नतीजे चौंकाने वाले आ सकते हैं।

किस मनपा में किसकी कितनी ताकत?
मुंबई
मुंबई मनपा में फिलहाल शिवसेना मनसे और सपा के समर्थन से सत्ता में है। यहां एक सदस्यीय वार्ड संरचना है। कहा जा रहा है कि इससे शिवसेना को फायदा होगा, लेकिन पिछले 3-4 महीने से कांग्रेस आत्मनिर्भरता का नारा लगा रही है। इसलिए इस चुनाव में शिवसेना, भाजपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा। मनसे के अलग से उतरने पर चौतरफा मुकाबला भी हो सकता है। इसलिए मुंबई मनपा के भविष्य को वर्तमान में स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करना मुश्किल है। हालांकि इतना तय है कि इसके नतीजे आने वाले समय में राज्य की राजनीति की पटकथा लिखने में सहायक होंगे।

सत्ताधारी दल – शिवसेना
दलीय स्थिति
शिवसेना और मित्र पक्ष – 97
भाजपा – 82
कांग्रेस – 29
राष्ट्रवादी – 8
समाजवादी – 6
एमआईएम-2
मनसे – 1

नवी मुंबई
विधानसभा चुनाव के बाद इस महानगरपालिका की तस्वीर पूरी तरह बदल गई। पूर्व मंत्री गणेश नाइक के नेतृत्व में राकांपा के 52 पार्षद भाजपा में शामिल हो गए। इसलिए यहां भाजपा का दबदबा बना हुआ है। नाइक के दलबदल के कारण नवी मुंबई में राकांपा का अंत हो गया है। इससे भाजपा और शिवसेना को भी फायदा होगा क्योंकि यहां एक सदस्यीय वार्ड संरचना है।

सत्ताधारी दल – भाजपा
दलीय स्थिति
भाजपा – 111
शिवसेना – 38
कांग्रेस – 10

मीरा – भायंदर
इस महानगरपालिका में फिलहाल भाजपा का दबदबा है। भाजपा प्रमुख दल है। लेकिन अब महाविकास आघाड़ी के बनने से गणित बदलने की संभावना है। क्योंकि 3 सदस्यीय वार्ड बनने से शिवसेना को फायदा होगा। ऐसी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

सत्ताधारी दल – भाजपा
दलीय स्थिति
भाजपा – 61
शिवसेना – 22
कांग्रेस – 10
अन्य – 2

उल्हासनगर
इस मनपा में भाजपा की एकतरफा सत्ता है। आने वाले चुनाव में भी भाजपा सत्ता पर काबिज रह सकती है। हालांकि बदले हुए राजनीतिक समीकरण से शिवसेना को यहां फायदा हो सकता है। यहां शिवसेना और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला होगा। वार्डों की संरचना में बदलाव से भाजपा को नुकसान हो सकता है।

सत्ताधारी दल – भाजपा
दलीय स्थिति
भाजपा – 40
शिवसेना – 24
राष्ट्रवादी – 4
आरपीआई – 3

भिवंडी
मुंबई के बाद एकमात्र भिवंडी मनपा में कांग्रेस सत्ता में है। क्योंकि इस जगह पर मुस्लिम वोटर्स की बड़ी संख्या है। इससे कांग्रेस को फायदा हो रहा है। हालांकि इस बार बदले हुए वार्ड स्ट्रक्चर से कांग्रेस को झटका लग सकता है।

सत्ताधारी दल – कांग्रेस
दलीय स्थिति
भाजपा – 20
शिवसेना – 13
कोणार्क – 6
आरपीआई – 4

ठाणे
यहां शिवसेना की सत्ता है। यहां शिवसेना नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे ताकतवर नेता माने जाते हैं। इस वजह से माना जा रहा है कि यहां एक बार फिर शिवसेना की वापसी हो सकती है।

सत्ताधारी दल – शिवसेना
दलीय स्थिति
शिवसेना – 67
राष्ट्रवादी – 34
भाजपा – 23
कांग्रेस – 3
एमआईएम-2

वसई विरार
इस मनपा में बहुजन विकास आघाड़ी का एकतरफा शासन है। राजनीतिक समीकरण कितने भी बदल जाएं, इस मनपा से विधायक हितेंद्र ठाकुर के कारण बहुजन विकास आघाड़ी को हिलाना मुश्किल है।

सत्ताधारी दल – बहुजन विकास आघाड़ी
दलीय स्थिति
बाविया – 109
शिवसेना – 5
भाजपा – 1

कल्याण – डोंबिवली
कल्याण- डोंबिवली मनपा में शिवसेना भले ही सत्ता में हो, लेकिन भाजपा की ताकत भी बरकरार है। इसलिए भाजपा यहां शिवसेना को चुनौती दे सकती है। 3 सदस्यीय वार्ड के गठन से शिवसेना को नुकसान हो सकता है।

सत्ताधारी दल – शिवसेना
दलीय स्थिति
शिवसेना – 53
भाजपा-43

पुणे
पिछले चुनाव में यहां भाजपा की लहर थी, इसका फायदा उसे हुआ। भाजपा को आगामी चुनावों के लिए भी मजबूत कहा जा सकता है क्योंकि वर्तमान में उसके पास सबसे अधिक सदस्य हैं। लेकिन महाविकास आघाड़ी मनपा पर इस बार कब्जा जमा सकती है। पिछले कुछ दिनों से चर्चा चल रही है कि अजित पवार अपने टूटे हुए पार्षदों को वापस पार्टी में लाएंगे। वे यहां होने वाले चुनाव के मद्देनजर पुणे के विकास कार्यों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।

सत्ताधारी दल – भाजपा
दलीय स्थिति
भाजपा – 99
राष्ट्रवादी – 42
कांग्रेस – 10
शिवसेना – 10
मनसे – 2
एमआईएम – 1

पिंपरी-चिंचवड़
 यहां पिछला चुनाव भाजपा ने जीता था, लेकिन इनमें से कई पार्षद अजित पवार के गुट के थे। मौजूदा समय में अजित पवार का पुणे का बढ़ा हुआ दौरा यहां राकांपा को फिर से सत्ता में ला सकता है।

सत्तारूढ़ दल – भाजपा
दलीय स्थिति
भाजपा-77
शिवसेना – 9
राष्ट्रवादी – 36
मनसे – 1

नासिक
किसी जमाने में यहां मनसे का झंडा फहराता था। अब भाजपा ने यहां पैर जमा लिया है। हालांकि, राज ठाकरे ने एक बार फिर नासिक पर ध्यान केंद्रित किया है। इनके साथ ही छगन भुजबल भी अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से मुक्त होने के बाद यहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ताकत बढ़ाने में जुट गए हैं। इसलिए फिलहाल नासिक में स्थिति का अंदाजा लगाना संभव नहीं है।

सत्ताधारी दल – भाजपा
दलीय स्थिति
भाजपा -66
शिवसेना-35
कांग्रेस-6
राष्ट्रवादी – 6
मनसे – 5
अन्य – 5

कोल्हापुर
कोल्हापुर मनपा में महाविकास अघाड़ी सत्ता में है। राज्य में महाविकास अघाड़ी के प्रयोग के बाद इसे एकमात्र मनपा कोल्हापुर में लागू किया गया है। फिर भी यहां की पूरी राजनीति स्थानीय मुद्दों पर निर्भर है। कोल्हापुर के लोगों के दिमाग में क्या चल रहा है, उसे पहचानना आसान नहीं है।

सत्ताधारी दल – महाविकास अघाड़ी
दलीय स्थिति
कांग्रेस – 30
राष्ट्रवादी – 14
शिवसेना – 4
तारारानी आघाड़ी – 19
भाजपा – 13

सोलापुर
 इसे कभी सुशील शिंदे के जिले के रूप में जाना जाता था, जिले के मनपा में कांग्रेस का वर्चस्व था। लेकिन, मोदी के आने के बाद जिले में विधानसभा, लोकसभा और स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा का दबदबा बढ़ा। लेकिन मनपा में शिवसेना की सत्ता है।

सत्ताधारी दल – शिवसेना
दलीय स्थिति
भाजपा – 50
शिवसेना – 21
कांग्रेस – 14
एमआईएम-9
राष्ट्रवादी – 4
बसपा – 4
एमएसीपी – 1

औरंगाबाद
यहां शिवसेना के पास सबसे ज्यादा सीटें हैं, लेकिन इस मनपा के लिए एक प्रशासक नियुक्त किया गया है। एमआईएम की ताकत बढ़ गई है क्योंकि लोकसभा वर्तमान में एमआईएम के पास है। इसलिए यहां शिवसेना-भाजपा-एमआईएम के बीच त्रिकोणीय संघर्ष होगा।

सत्ताधारी दल – शिवसेना
दलीय स्थिति
शिवसेना – 25
एमआईएम – 29
भाजपा – 23
कांग्रेस – 10
राष्ट्रवादी – 3
अन्य – 19

नांदेड़
यहां कांग्रेस सत्ता में है। सत्तारूढ़ दल कांग्रेस है। कांग्रेस और भाजपा के बीच यहां कड़ा मुकाबला होगा।

सत्ताधारी दल – कांग्रेस
दलीय स्थिति
कांग्रेस-73
शिवसेना – 1
भाजपा – 6

लातूर
इस मनपा में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर होने वाली है। यहां बीजेपी सत्ता में है।

सत्ताधारी दल – भाजपा
दलीय स्थिति
बीजेपी-36
कांग्रेस-33
वंचित बहुजन मोर्चा – 1

परभनी
चर्चा है कि बदले हुए वार्ड ढांचे से यहां कांग्रेस और राकांपा को फायदा होगा।

सत्ताधारी दल – कांग्रेस
दलीय स्थिति
कांग्रेस – 30
राष्ट्रवादी – 17
बीजेपी – 8
शिवसेना – 5

नागपुर
कयास लगाए जा रहे हैं कि गडकरी-फडणवीस यहां सत्ता में लौट सकते हैं, लेकिन हाल ही में स्थानीय निकायों के उपचुनाव में कांग्रेस की जीत होने से स्थिति में बदलाव हो सकता है। अगर यहां फिर से कांग्रेस को मजबूती मिलती है तो बीजेपी को झटका लग सकता है।

सत्ताधारी दल – भाजपा
दलीय स्थिति
भाजपा – 108
कांग्रेस – 29
बसपा – 10

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