असम में भारतीय जनता पार्टी के नेता की कार में ईवीएम मशीन पाए जाने की घटना पर चुनाव आयोग की जांच पूरी हो गई है। इस प्रकरण में चुनाव आयोग ने अपने चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा उस मतदान बूथ पर पुनर्मतदान कराने का निर्णय लिया है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता बैजयंत पांडा ने बताया कि इस प्रकरण में चुनाव आयोग की रिपोर्ट के बाद सच्चाई सामने आ गई है। इसमें भाजपा या किसी की भूमिका नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर झूठे आरोप लगाकर मुद्दे को बहकाने का आरोप लगाया है।
क्या है मामला?
- दूसरे चरण के मतदान के दौरान असम के पाथरकंडी विधान सभा में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार की कार में ईवीएम मशीन पाई गई थी। इसका वीडियो हुआ वायरल
- चुनाव आयोग ने इस मामले की जांच विशेष ऑब्जर्वर को सौंपी
- ऑब्जर्वर की रिपोर्ट में मतदान के लिए दी गई गाड़ी खराब पाई गई
- ट्राफिक जाम और खराब मौसम के कारण काफिले से पीछे छूटा दल
- 9.20 मिनट पर चुनाव कर्मियों ने वहां से गुजर रही गाड़ी को रोका
- गाड़ी किसकी है इसकी जांच किये बगैर सवार हो गए मतदान कर्मी और करीमगंज के लिए निकले
- ट्राफिक जाम के कारण कार कनैशिल के पास धीमी हुई तो 50 लोगों की भीड़ ने घेर लिया और पथराव भी किया
- पथराव करनेवालों ने बताया कार भाजपा उम्मीदवार कृष्णेंदु पॉल की
- कृष्णेंदु पास की पाथरकंडी एलएसी-2 से उम्मीदवार
- कार की जांच करने पर वह मधुमिता पॉल के नाम पर पाई गई
- मधुमिता पॉल उम्मीदवार कृष्णेंदु पॉल की पत्नी
जांच में क्या मिला?
- चुनाव आयोग की जांच में ईवीएम की सील सही पाई गई
- चुनाव आयोग ने बूथ क्रमांक-149 इंदिरा एमवी स्कूल में पुनर्मतदान का निर्णय लिया
- प्रिसाइडिंग ऑफिसर ने इस प्रकरण में सम्मिलित कर्मियों को गाड़ियों के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन न करने के लिए कारण बताओ नेटिस जारी किया
- इस प्रकरण की गंभीरता को समझते हुए चुनाव आयोग ने अपने चार कर्मियों को निलंबित कर दिया था। इसमें चुनाव अधिकारी और उनके अधिनस्थ की तीन कर्मचारी शामिल