बीजेपी के पूर्व नेता एकनाथ खडसे एनसीपी के हो गए। इसके साथ ही खडसे के मंत्री बनने की चर्चा जोरदार ढंग से शुरू हो गई है। वे कब मंत्री बनेंगे? उन्हें कौन सा विभाग दिया जाएगा? इसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं लेकिन इस बीच खबर है कि खडसे को एनसीपी में अभी दो महीने का प्रोबेशन पीरीयड व्यतीत करना होगा।
बीजेपी में 40 वर्षों के लंबे कार्यकाल के बाद एकनाथ खडसे एनसीपी को अपना लिये। इसके पीछे खडसे को लंबे समय से बैकसीट पर बैठा दिया जाना प्रमुख कारण रहा। हालांकि इस काल में उनके घर से बेटी-बहू सांसद-विधायक या अन्य पदों पर आसीन हैं। लेकिन खडसे को अपना घर बैठना अखर रहा था। इसको लेकर वे कई बार महाराष्ट्र बीजेपी के कर्ताधर्ता पर टिप्पणी करते रहे हैं। लेकिन इसका परिणाम कुछ नहीं निकला आखिरकार, शिवसेना नीत महाविकास आघाड़ी की सरकार ने वो समय ला दिया और उपेक्षा का दस्तूर भी है कि पार्टी को बाय-बाय कर दिया जाए। खडसे ने भी यही किया और बीजेपी को राम-राम कह दिया।
मंत्री पद के लिए इंतजार
खडसे उर्फ नाथा भाऊ के नए नाथ एनसीपी ने उनका स्वागत किया है। लेकिन मंत्री पद को लेकर अभी वेट एंड वॉच है। इसके लिए नाथा भाऊ को दो महीने इंतजार करना होगा जो किसी कंपनी में नए कर्मी के प्रोबेशन पीरीयड से कम नहीं है।
एनसीपी के अंदरखाने से मिली जानकारी के अनुसार एकनाथ खडसे को मंत्री बनाने के लिए मंत्रियों के विभागों में कुछ बदलाव करना होगा। इसके लिए सहयोगी शिवसेना और कांग्रेस पार्टी से बात करनी होगी।
परफॉर्मेंस अप्रेजल के बाद मंत्री पद
एकनाथ खडसे ने दावा किया था कि उनके संपर्क में बीजेपी के 10-12 विधायक हैं। जो एनसीपी में आने की तैयारी में हैं। इसके अलावा कयास है कि मुक्ताई नगर के स्थानीय पार्षद और कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में आएंगे। सूत्रों के अनुसार ऐसी स्थिति में एनसीपी खडसे के परफॉर्मेंस को देखकर ही निर्णय करना चाहती है।
योग्य समय पर विधायकों को प्रवेश
खडसे के साथ आनेवाले विधायकों को कोरोना की स्थिति में सुधार के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। इसलिए यह कार्य नए साल में ही होगा ऐसी उम्मीद व्यक्त की जा रही है। इसके अलावा खडसे के मंत्री पद के विभाग को लेकर भी चर्चा है जिस पर फैसला एनसीपी ने अपने वरिष्ठ नेता शरद पवार पर छोड़ दिया है।