लखीमपुर खीरी का बवाल थमता नहीं नजर आ रहा है। राज्य सरकार की सुव्यवस्था कायम करने की तमाम कोशिशें नाकाम होती दिख रही हैं। हालांकि वह मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए संयम बरत रही है, लेकिन किसान इसे मौका के रुप में देख रहे हैं।
लखीमपुर कांड को लेकर तथाकथित किसानों ने सरकार के सामने बड़ी शर्त रखकर उसे धर्म संकट में डाल दिया है। उन्होंने केंद्रीय राज्य गृह मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को घटना के लिए दोषी बताते हुए उन्हें तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वे मृतक किसानों के शवों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
वायरल वीडियो
इस बीच घटना के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें सच्चाई देखी जा सकती है।
https://twitter.com/AskAnshul/status/1444731152107851778?s=20
14 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
बता दें कि लखीमपुर खीरी कांड मामले में किसानों ने आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और हिंसा के साथ ही कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया है। इनके खिलाफ लखीमपुर के तिकुनिया पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया गया है। एफआईआर बहराइच नानपारा के जगजीत सिंह की शिकायत पर दर्ज की गई है। इस हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई है। इनमें चार किसान शामिल हैं, जबकि तीन भाजपा कार्यकर्ता के साथ ही एक ड्राइवर भी शामिल है।
केंद्रीय राज्य गृह मंत्री के बेटे ने दी सफाई
इस बीच केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने सफाई दी है। उन्होंने बताया कि वे सुबह नौ बजे से कार्यक्रम खत्म होने तक बनवारीपुर में थे। उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए मामले की न्यायिक जांच कराने और दोषियों को सजा देने की मांग की है। आशीष ने बताया कि उनकी तीन वाहन उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को रिसीव करने गए थे। उन्हें कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप मे आमंत्रित किया गया था। रास्ते में कुछ लोगों ने वाहनों पर पत्थरबाजी की और बाद में कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। इसके साथ ही 3-4 कार्यकर्ताओं को पीट-पीटकर मार डाला।