मुंबई के दादर स्थित प्रभादेवी इलाके में 11 सितंबर की आधी रात को शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं और उद्धव ठाकरे गुट के कार्यकर्ताओं में तीखी नोकझोंक हुई। उसके बाद शिंदे विधायक सदा सरवणकर के खिलाफ गोली चलाने के मामले में पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। इसे लेकर मुंबई में सियासत गरमा गई है। इस बीच केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने 12 सितंबर को विधायक सदा सरवणकर से मुलाकात की। राणे के इस कदम से महाराष्ट्र की राजनीति और गरमा गई है।
इस मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे गुट की आलोचना की। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने उद्धव गुट को सीधी चेतावनी दी है कि अगर आप महाराष्ट्र में रहना चाहते हैं, तो आपको ऐसे हमले नहीं करने चाहिए।
राणे की चेतावनी
राणे ने कहा,’ विधायक सदा सरवणकर मेरे पुराने मित्र हैं। इसलिए जो कुछ हुआ, उसके बारे में मैं उनसे पूछताछ करने आया हूं। पुलिस ने उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज मामले की जांच करेगी। फायरिंग होती है तो उसकी आवाज सुनाई देती है। अब शिवसेना के पास शिकायत करने के अलावा कुछ नहीं बचा है। मातोश्री में बैठकर शिकायत करने का काम चल रहा है। नारायण राणे ने चेतावनी दी कि इस तरह के हमले न करें, आखिर आपको मुंबई और महाराष्ट्र में रहना है, यात्रा करनी है, परमिट लेना है।’
राणे ने उद्धव गुट पर लगाया यह आरोप
राणे ने कहा,’हम इस तरह की बातों पर ध्यान नहीं देते हैं। लेकिन जब हम ध्यान देंगे, तो उन्हें पता चल जाएगा कि चलना, बात करना और यात्रा करना कितना मुश्किल है। क्या यह कोई गुनाह नहीं है कि 50 लोग किसी एक व्यक्ति को मारने के लिए सीधे उसके घर जाते हैं? राणे ने यह भी कहा कि इस तरह के मामले को आईपीसी की धारा 354 के तहत दर्ज किया जाना चाहिए, जो गैर-जमानती है।’