महाराष्ट्र राज्य होमगार्ड के महानिदेशक और मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने मुंबई उच्च न्यायायल में एक और याचिका दायर की है। यह चाचिका उन्होंने अपने खिलाफ चल रही जांच को लेकर दायर की है। राज्य सरकार के खिलाफ दायर इस याचिका में उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं। सिंह ने याचिका में कहा है कि राज्य सरकार के इशारे पर उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर उन्हें परेशान किया जा रहा है।
परमबीर सिंह ने याचिका में लिखा है कि मैेंने 19 अप्रैल को राज्य के पुलिस महानिदेशक संजय पांडे से मुलाकात की थी। उस समय पांडे ने कहा था कि अपनी शिकायत वापस ले लो अन्यथा, राज्य सरकार आपके खिलाफ कई मामले दर्ज करने के लिए तैयार है।
परमबीर सिंह के खिलाफ जांच का आदेश
27 अप्रैल को प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार ने परमबीर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों में प्रारंभिक जांच का आदेश दिया है। महाराष्ट्र के गृह विभाग ने 20 अप्रैल को जारी अपने आदेश में पुलिस महानिदेशक संजय पांडेय को परमबीर सिंह के खिलाफ सहायक पुलिस निरीक्षक अनूप डांगे द्वारा दो फरवरी को दर्ज शिकायत की प्रारंभिक जांच करने को कहा है। डांगे की शिकायत में सिंह पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। संजय पांडे को सहायक पुलिस आयुक्त द्वारा तैयार एक रिपोर्ट पर भी गौर करने के लिए कहा गया है। इसे 7 अप्रैल को पेश किया गया था। आदेश में कहा गया है कि डांगे द्वार उठाए गए सभी बिंदुओं के आधार पर प्रारंभिक जांच रिपोर्ट तैयार की जानी चाहिए और राज्य सरकार को जल्द से जल्द पेश की जानी चाहिए।
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अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई की जांच शुरू
बता दें कि एंटीलिया केस के बाद राज्य की उद्धव सरकार ने परमबीर सिंह को होमगार्ड में भेज दिया है। उसके बाद सिंह ने तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपए हर महीने वसूली के लिए पुलिस विभाग पर दबाव बनाने का आरोप लगाया था। इसके बाद मुंबई उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई ने अनिल देशमुख के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।