पश्चिम बंगाल चुनाव : ‘दिनेश त्रिवेदी’ भी हो लिये भाजपा के साथ

तृणमूल कांग्रेस को छोड़ने वालों और भारतीय जनता पार्टी का दमन थामने वालों की कड़ी जारी है। इसमें अब नए नाम जुड़ रहे हैं। चुनावी सरगर्मी के बीच तृणमूल कांग्रेस में मची भगदड़ पार्टी के भीतर चिंता का विषय बनी हुई है।

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तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिनेश त्रिवेदी ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली है। उन्होंने हाल ही में राज्यसभा और टीएमसी की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। दिनेश त्रिवेदी रेल मंत्री भी रह चुके हैं। वे भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी नड्डा और पीयूष गोयल की उपस्थिति में भाजपा में सम्मिलित हुए।

तृणमूल कांग्रेस से उसके नेताओं के टूट और उनके भारतीय जनता पार्टी में जुड़ने की गति थम नहीं रही है। ममता बनर्जी के नजदीकी नेता सुवेंदु अधिकारी समेत दर्जनों नेताओं ने भाजपा में प्रवेश किया है। इस कड़ी में दिनेश त्रिवेदी का नाम भी जुड़ गया है।

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भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि, उन्हें इस स्वर्णिम पल का इंतजार था। मेरी कभी कारोबार में दिलचस्पी नहीं है। आज मैं ‘जनता परिवार’ से जुड़ गया हूं।  वहीं दूसरी पार्टी (मैं उसका नाम नहीं लूंगा) वो लोगों की सेवा नहीं करते, लेकिन वहां एक परिवार की सेवा करनी पड़ती है। खास पार्टी में खास परिवार की सेवा की जाती है। मैं टीएमसी से पूरी तरह तंग हो चुका हूं।

अच्छे दिन आ चुके हैं, लेकिन हमारे पुराने दिन वापस दो!
कमल के साथ हुए दिनेश त्रिवेदी कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धुर विरोधी हुआ करते थे। उमका मजाकिया अंदाज में कहा गया एक वाक्य आज भी प्रसिद्ध है।

उन्होंने कहा था,

अच्छे दिन आ चुके हैं, लेकिन हमें हमारे पुराने दिन वापस दो।

कई दलों में लगा चुके हैं चक्कर

  • दिनेश त्रिवेदी भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित होने के पहले कई दलों के साथ रह चुके हैं।
  • 80 के दशक में थामा था कांग्रेस का हाथ
  • 90 के दशक में ममता बनर्जी की तृमूल कांग्रेस के साथ हो लिये
  • दिनेश त्रिवेदी वर्ष 1974 के एमबीए हैं
  • करियर के शुरुआती दिनों में शिकागो में की नौकरी
  • 1984 में नौकरी छोड़कर अपनी कंपनी खोली
  • उपभोक्ताओं की सुरक्षा के मार्गदर्शन केंद्र भी चला चुके हैं
  • सूचा अधिनियम का ड्राफ्ट बनानेवाले वोहरा रिपोर्ट में दिनेश त्रिवेदी का सहयोग
  • 2011 में रह चुके हैं रेल मंत्री

 

 

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