भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने 19 अप्रैल को एक बार फिर राज्य सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि बंगाल में केवल वही जिंदा रहेगा, जिसके हाथों में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का झंडा होगा। मॉर्निंग वॉक के लिए इको पार्क पहुंचे दिलीप घोष ने विश्व बांग्ला व्यापार शिखर सम्मेलन, सांसद सौगत राय के घर के पास हिंसक झड़प आदि का जिक्र करते हुए कानून व्यवस्था की बदहाली पर चिंता जताई है।
प्रधानमंत्री करेंगे उद्घाटन?
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर साल विश्व बांग्ला व्यापार शिखर सम्मेलन का आयोजन करती है लेकिन निवेश आता ही नहीं है। राज्य सरकार को सिर्फ खर्च करने के बजाय इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि यहां उद्योगपति आकर निवेश भी कर सकें। खबर है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व्यापार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस बारे में दिलीप घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री तीन महीने पहले पीएम के पास गई थीं और मौखिक तौर पर उन्हें शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया था लेकिन उसके बाद आधिकारिक आमंत्रण अभी तक नहीं भेजा गया है इसीलिए पीएम के आने या नहीं आने के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता।
भाजपा के अंदर बढ़ रही नाराजगी
प्रदेश भाजपा के अंदर बढ़ रही नाराजगी और टकराव को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य में लगातार चुनाव हारने की वजह से कार्यकर्ताओं के मन में हताशा बढ़ रही है। संगठनात्मक चर्चा के जरिए उसका तोड़ निकाला जाना चाहिए। राज्य में लगातार महिलाओं से दुष्कर्म और अपराध की बढ़ती घटनाओं को लेकर घोष ने कहा कि बंगाल में प्रशासन पूरी तरह से धवस्त हो चुका है। जिसके हाथ में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का झंडा नहीं होगा,वही जिंदा बचेगा।