Delhi Assembly Elections: भाजपा के दिग्गज नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 23 जनवरी से दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करेंगे। योगी आदित्यनाथ की चुनावी रैलियां से दिल्ली का सियासी तापमान गरमा गया है। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की पृष्ठभूमि वाले मतदाताओं को प्रभावित करेंगे। योगी आदित्यनाथ की 23 जनवरी से चार दिन में 14 चुनावी रैलियां होंगी।
इन विधानसभा क्षेत्रों में रैली
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाहदरा ,द्वारका ,बिजवासन , राजेंद्र नगर, पालम, पटेल नगर और अन्य इलाकों में प्रचार करेंगे। जैसा कि विदित है, योगी आदित्यनाथ के बटेंगे तो कटेंगे के नारे ने भाजपा के लिए हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनावी जीत का मार्ग प्रशस्त कर दिया था। दिल्ली की सियासी तस्वीर बदल चुकी है । पहले दिल्ली पंजाबी और वैश्य मतदाताओं के प्रभाव के रूप में जानी जाती थी । अब दिल्ली में कई सीटों पर पूर्वांचल के मतदाताओं का भी दबदबा हो गया है।
दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा का मेगा प्लान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अतिरिक्त भाजपा ने भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की भी ड्यूटी लगाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ,गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित सभी वरिष्ठ नेता अगले 10 दिनों तक दिल्ली में जनसभाएं करेंगे।
शाह औऱ नड्डा की होंगी 15-15 रैलियां
केंद्रीय मंत्रियों को दिल्ली की दो-दो विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन चुनावी रैलियां करेंगे, जबकि गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा तकरीबन 15-15 चुनावी रैलियां करेंगे। भाजपा ने चुनाव प्रचार का कार्यक्रम इस तरह बनाया है कि दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों को कवर किया जा सके। केंद्रीय मंत्रियों भूपेंद्र यादव, पीयूष गोयल ,धर्मेंद्र प्रधान, मनसुख मांडविया और गजेंद्र सिंह शेखावत की भी तैनाती होगी। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे, सुनील बंसल ,तरुण चुघ, और अरुण सिंह को भी दिल्ली चुनाव से जुड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।