कांग्रेस के इस स्टैंड से विपक्षी एकता को लगा जोर का झटका

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ही केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर रही हैं।

126

दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में सीबीआई के बड़े एक्शन के बाद कई विपक्षी दल एक साथ आते दिख रहे हैं। आम आदमी पार्टी को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ ही महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आदि मिलाकर कुल 8 पार्टियों का साथ मिला है। इन पार्टियों ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है, लेकिन देश की सबसे पुरानी राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस का उसे साथ मिलता नहीं दिख रहा है। इस बात की राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा है। पूछा जा रहा है कि जांच एजेंसियों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाने वाली यह पार्टी इसी मुद्दे पर केजरीवाल के साथ क्यों है।

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ही केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर रही हैं। वे नेताओं के इस्तेमाल के साथ ही विपक्षी नेताओ को प्रताड़ित करने का आरोप लगाती रही हैं। लेकिन जब बात दोनों पार्टियों के एक साथ आने की होती है तो दोनों एक दूसरे से दूरी बनाकर चलती हैं। इस कारण आम आदमी पार्टी कांग्रेस पर भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते रही है। सिसोदिया की गिरफ्तारी पर कांग्रेस की चुप्पी को लेकर भी यह आरोप लगाया गया, लेकिन तब कांग्रेस ने आप को याद दिलाया कि जब सोनिया और राहुल गांधी सहित कांग्रेस के अन्य नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियां कार्रवाई कर रही थीं, तब आम आदमी पार्टी ने मौन धारण कर रखा था।

सिसोदिया की गिरफ्तारी का कांग्रेस ने किया समर्थन
कांग्रेस ने सिसोदिया की गिरफ्तारी पर आप का साथ नहीं दिया। इसके साथ ही कांग्रेस ने सिसोदिया की गिरफ्तारी का समर्थन करते हुए दिल्ली कार्यालय के बाहर सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को सलाखों के पीछे दिखाते हुए एक पोस्टर लगाया दिया। इस पर लिखा गया है कि जो भ्रष्टाचारी है, वो देशद्रोही है।

कांग्रेस को सता रहा है डर 
दरअस्ल दिल्ली के बाद पंजाब में भी कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने वाली आम आदमी पार्टी उसे भारी नुकसान पहुंचा रही है। गुजरात विधानसभा चुनाव में जहां वोट शेयरिंग कर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचाया है, वहीं छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव में भी वह अपने उम्मीदवार उतारने वाली है। इससे कांग्रेस को भारी नुकसान होने से इनकार नहीं किया जा सकता।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.