दिल्ली स्थित चीनी दूतावास ने भारत के सीमा विवाद के संबंध में जर्मनी के राजदूत के बयान की आलोचना करते हुए कहा है कि इस मामले पर किसी तीसरे पक्ष के हस्ताक्षेप की कोई गुंजाइश नहीं है।
चीन के दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि भारत-चीन सीमा विवाद औपनिवेशिक शासन का एक बोझ है। सीमा विवाद को द्विपक्षीय आधार पर सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच एक राय है तथा वे इसमें सक्षम हैं।
जर्मन राजदूत ने दिया था यह बयान
उल्लेखनीय है कि जर्मनी के राजदूत फिलिप एकरमैन ने 30 अगस्त को कहा था कि भारत के अरूणाचल प्रदेश राज्य पर चीन का दावा वाहियात है। राजदूत ने चीन की ओर से वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किए जाने को अंतरराष्ट्रीय नियम आधारित व्यवस्था का उल्लंघन करार दिया था।
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चीन ने जताई नाराजगी
चीन के दूतावास ने 31 अगस्त को अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि जर्मन राजनयिक का बयान खेदजनक है। उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी तीसरे पक्ष को दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए तथा बयानबाजी और पक्ष लेने से बचना चाहिए।