महाराष्ट्र में अकोला के पुलिस अधिकारी बीआर घाडगे ने अकोला में मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। एट्रोसिटी अधिनियम (जातिवादी) भ्रष्टाचार और अन्य धाराओं के तहत 33 व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिसमें परमबीर भी शामिल हैं।
ये हैं आरोप
अकोला के कोतवाली पुलिस स्टेशन में परमबीर सिंह, पुलिस आयुक्त पराग मनेरे और कुछ अन्य अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अकोला में मामला दर्ज होने के बाद, उन्हें जांच के लिए ठाणे स्थानांतरित कर दिया गया है। बता दें कि घाडगे ने मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और पुलिस महानिदेशक को भी इस बारे में पत्र लिखा था। उसमें घाडगे ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि परमबीर सिंह जब ठाणे के पुलिस आयुक्त थे तो उन्होंने हजारों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया था। उन्होंने पत्र में कहा था कि कुछ अधिकारी परमबीर सिंह की मदद कर रहे थे।
रश्मि शुक्ला का बयान दर्ज
सीबीआई ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला का बयान दर्ज किया है। रश्मि शुक्ला का जवाब 100 करोड़ रुपये की वसूली के मामले में दर्ज किया गया है। सूत्रों ने बताया कि इसका जवाब हैदराबाद में ही दर्ज किया गया है। सीबीआई प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख द्वारा मुंबई पुलिस को 100 करोड़ रुपये की वसूली के टारगेट दिए जाने के मामले की जांच कर रही है। इसके साथ ही अनिल देशमुख ने कथित रूप से पुलिस अधिकारियों के स्थानांतरण में हस्तक्षेप किया था। रश्मि शुक्ला ने तबादलों में हस्तक्षेप का फोन टैप कर रिपोर्ट दी थी।
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एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज
उधर, इस फोन टैपिंग मामले में महाराष्ट्र साइबर पुलिस में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। इसमें रश्मि शुक्ला को पूछताछ के लिए तलब किया गया था। लेकिन वे कोरोना का हवाला देते हुए पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुईं।