राज्य में चुनावों की घोषणा भले ही नहीं हुई है परंतु, चुनाव बयार बहनी शुरू हो गई है। बसपा प्रमुख ने राज्य में विधान सभा चुनाव अकेले लड़ने का निर्णय किया है। जबकि समाजवादी पार्टी अब समाजवादी इत्र लेकर आ गई है, जिसे लगाकर लोगों को समाजवाद, भाईचारा और कन्नोज की सुगंध मिलेगी।
सत्ता की खुशबू के लिए क्या-क्या न करना पड़े… बसपा प्रमुख मायावती ने अपनी तुलना प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। उन्होंने कहा है कि योगी की तरह उनका भी परिवार नहीं है। जबकि समाजवादी पार्टी जिन्ना से हटकर अब इत्र पर आ गई है।
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समाजवादी सुगंध
समाजवादी पार्टी अब खुशबू से मतदाताओं को रिझाएगी। कहा जाता है कि, कस्तुरी की सुगंध में मस्त मृग पूरे जीवन घूमता रहता है। ऐसा ही कुछ समाजवादियों की इत्र करने आ रही है। इसे पार्टी के विधान परिषद सदस्य फम्पी जैन ने तैयार किया है। वे कहते हैं कि, इस इत्र में कश्मीर से कन्याकुमारी की 22 सुगंधों का समावेश है। जिससे समाजवादी सुगंध निकलेगी।
ऐसे तो 1000 सीटें करनी पड़ेंगी
मायावती ने प्रेस कन्फ्रेन्स किया, इसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि, बसपा किसी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। इसके अलावा भाजपा के 400 सीटों और सपा के 300 सीटों पर चुटकी लेते हुए कहा है कि, ऐसे तो चुनाव आयोग को प्रदेश में विधान सभा की सीटें बढ़ाकर 1000 करनी पड़ेगी।