ब्रिटेन ने अवैध प्रवासियों की समस्या से निपटने को फ्रांस के साथ किया नया समझौता

भारतीय मूल की मंत्री ब्रेवरमैन नई व्यवस्था को अंतिम रूप देने के लिए फ्रांस में हैं।

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यूरोप में अवैध प्रवासियों के बढ़ती समस्या से निपटने के लिए ब्रिटेन और फ्रांस ने नया समझौता किया है। इस संबंध में 14 नवंबर को ब्रिटेन की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने फ्रांस के साथ नए समझौते पर हस्ताक्षर किए। जिसके तहत फ्रांस गश्त बढ़ाएगा ताकि उन अवैध प्रवासियों को रोका जा सके जो ब्रिटेन में प्रवेश करने के लिए खतरनाक छोटी नावों से इंग्लिश चैनल पार करते हैं।

भारतीय मूल की मंत्री ब्रेवरमैन नई व्यवस्था को अंतिम रूप देने के लिए फ्रांस में हैं। सीमा पर गश्त में मदद के लिए फ्रांस को ब्रिटेन का वार्षिक भुगतान 2022-23 में बढक़र 7.2 करोड़ यूरो हो जाएगा, जो 2021-22 में 6.27 करोड़ यूरो था।

ब्रिटेन-फ्रांस के नए संयुक्त समझौते के तहत, डोवर में इंग्लिश तट पर जाने वाले लोगों को रोकने के लिए कैलाइस में फ्रांसीसी तट पर गश्त करने वाले अधिकारियों की संख्या 200 से बढ़ाकर 300 की जाएगी।

ब्रेवरमैन ने कहा कि यह कोई आसान हल नहीं है, लेकिन इस नई व्यवस्था का मतलब यह होगा कि हम उत्तरी फ्रांस में समुद्र तटों पर गश्त करने वाले फ्रांसीसी अधिकारियों की संख्या में महत्वपूर्ण वृद्धि कर सकते हैं। साथ ही यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि ब्रिटेन और फ्रांसीसी अधिकारी मानव तस्करों को रोकने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे।

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उन्होंने कहा कि हमें लोगों को ए खतरनाक यात्रा करने से रोकने और आपराधिक गिरोहों पर नकेल कसने के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए। यह एक वैश्विक चुनौती है जिसके लिए वैश्विक समाधान की आवश्यकता है। इस जटिल समस्या को हल करने के लिए मिलकर काम करना ब्रिटेन और फ्रांसीसी, दोनों सरकारों के हित में है।

ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी इस मुद्दे को पूर्ण प्राथमिकता के रूप में चिह्नित करते हुए कहा है कि उन्हें विश्वास है कि हम ऐसे मामलों को कम कर सकते हैं। समझौते की घोषणा लंदन में की गई और सुनक ने जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए इंडोनेशिया जाते समय संवाददाताओं से कहा कि मुझे लगता है कि अभी ब्रिटेन के लोगों की प्राथमिकता अवैध प्रवास को रोकना है। आधिकारिक अनुमानों के अनुसार, इस साल अब तक 40,000 से अधिक लोग छोटी नावों में सवार होकर सीमा पार कर चुके हैं, जो पिछले साल 28,526 और उससे साल पहले 8,404 थी।

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