इंग्लैंड की हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य लॉर्ड रमी रेंजर ने बीबीसी के प्रमुख को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री की निंदा की है और समय को लेकर प्रश्न किया है। उन्होंने लिखा है कि, यह डॉक्यूमेंट्री ऐसे समय जारी की गई है, जब भारत जी-20 देशों की अध्यक्षता कर रहा है, इसके अलावा ब्रिटेन में पहली बार एक भारतीय मूल का प्रधानमंत्री चुना गया है और ब्रिटेन व भारत मुक्त व्यापार की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने बीबीसी से उत्तर मांगा है कि, वह स्पष्ट करे कि, पीएम मोदी पर डॉक्यूमेंट्री बनानेवाली टीम में पाकिस्तानी मूल का कर्मचारी तो नहीं था।
पीएम ने भी पाकिस्तानी हाथ बताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी डॉक्यूमेंट्री India: The Modi Question को भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस डॉक्यूमेंट्री पर भारत की ओर से ब्रिटेन और बीबीसी प्रबंधन से विरोध दर्ज कराया गया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बीबीसी की भ्रामक और औपनिवेषिक मानसिकता से प्रेरित डॉक्यूमेंट्री पर स्पष्ट कहा है कि, वे पाकिस्तानी मूल के लेबर पार्टी के सांसद इमरान हुसैन द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किये गए चित्रण से असहमत हैं।
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अब सांसद ने लिखी चिट्ठी
ब्रिटेन की संसद के सदस्य लॉर्ड रमी रेंजर ने बीबीसी से ‘इंडिया : द मोदी क्वेस्चन’ के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने दावा किया है कि इसका दूसरा हिस्सा परिस्थिति को अधिक बिगाड़ देगा, जो पहले से ही चिंता उत्पन्न करनेवाली है। बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री ने ब्रिटेन के हिंदू और मुसलमानों के बीच वैमनष्य उत्पन्न किया है, भारत को असहिष्णु देश दिखाने का प्रयत्न है। यदि कुछ होता तो वहां के मुसलमान कब के उस देश को छोड़ चुके होते। जबकि सच्चाई यह है कि मुसलमानों की जनसंख्या भारत में पाकिस्तान से भी अधिक है।