केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा लखीमपुर खीरी प्रकरण की जांच कर रही एसआईटी के समक्ष पेश हुए। उनसे पूछताछ का केंद्र बिंदू वह साक्ष्य होंगे, जिनसे यह साफ हो पाए कि वे दुर्घटना के समय गाड़ी में मौजूद नहीं थे।
लखीमपुर खीरी में कार से कुचले जाने से चार किसान यूनियन के लोगों की मौत हो गई थी, इसकी परिणति में यूनियन के लोगों ने एक चालक सहित भाजपा के तीन लोगों को पीट-पीटकर मार डाला, इस प्रकरण में एक पत्रकार की भी जान गई है।
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इन प्रश्नों के उत्तर में गूढ़
आशीष मिश्रा को एसआईटी के समक्ष वह प्रमाण देने होंगे, जो बताएं कि दुर्घटना के समय वे बनबीरपुर में कुश्ती प्रतियोगिता में उपस्थित थे।
उन्हें इसका उत्तर देना होगा कि उनकी कार दुर्घटनावाली जगह (तिकोनिया मार्ग) पर क्यों गई थी, जबकि पुलिस ने मार्ग बदल दिया था
आशीष मिश्रा या उनके सुरक्षा कर्मियों मे से किसके पास .315 बोर की बंदूक हैं, जिसके खाली खोखे गाड़ी में मिले थे
पूछताछ का कारण
आशीष मिश्रा के विरुद्ध बहराइच के जगजीत सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें आरोप है कि, जिस कार्य से किसानों के कुचला गया उस कार में आशीष मिश्रा मौजूद थे। किसान यूनियन शुरू से ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और उनके पुत्र का इस प्रकरण में नाम लेता रहा है। जिसके बाद प्रशासन और किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत की बातचीत के बाद आशीष मिश्रा पर एफआईआर दर्ज की गई है। इस प्रकरण में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, पूछताछ के लिए आशीष मिश्रा को एसआईटी के समक्ष प्रस्तुत होना था परंतु, वे नहीं गए जिसके बाद उन्हें शुक्रवार शाम दूसरा समन भेजा गया था।