पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के लेटर बम ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल ला दिया है। विपक्ष इस मौके को किसी भी हालत में हाथ से नहीं जाने देना चाहता है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने जहां इस मामले में कथित रुप से हफ्ता वसूली का टारगेट देकर विवादों में फंसे गृह मंत्री अनिल देशमुख को हटाए जाने का मुद्दा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पाले में डाल दिया है, वहीं उन्होंने इस मामले में प्रदेश की महा आघाड़ी सरकार को किसी तरह के खतरे से इनकार किया है। दूसरी तरफ राज्य के विधानभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने अपना रुख और कड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा है कि गृह मंत्री को जाना ही होगा।
फडणवीस ने कहा कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच तब तक संभव नहीं है, जब तक कि अनिल देशमुख गृह मंत्री रहेंगे। इसलिए उन्हें इस्तीफा देना ही पड़ेगा। वैसे उम्मीद है कि एक-दो दिन में अनिल देशमुख गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे देंगे, क्योंकि राज्य के साथ ही केंद्र से भी विपक्ष का दबाव झेलना महाविकास आघाड़ी सरकार के लिए आसान नहीं है।
पहले भी उठाए जाते रहे हैं ऐसे मामले
फडणवीस ने कहा कि इस तरह का भ्रष्टाचार का पर्दाफाश पहली बार नहीं हो रहा है। इससे पहले पुलिस महानिदेशक सुबोध जायसवाल ने भी पुलिस विभाग में तबादले में वसूली का मामला सीएम के पास उठाया था। उन्होंने इस बारे में एक रिपोर्ट सीएम को सौंपी थी, लेकिन सीएम ने कोई कार्रवाई नहीं की और जायसवाल को इस्तीफा देना पड़ा था।
Sharad Pawar created this govt (Maharashtra) hence he is defending them. Sachin Waze was brought back in service on orders of Maharashtra Chief Minister & Home Minister only. Pawar Sahab is fleeting away from the truth: Maharashtra LoP Devendra Fadnavis pic.twitter.com/vuyp2l69uC
— ANI (@ANI) March 21, 2021
ये भी पढ़ेः देशमुख को मोहलत: जानें शरद पवार ने क्या कहा?
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड के सीएम एक और विवादास्पद बयान देकर फंसे!
पुलिसवाला बम रखता है पहली बार देखाः राज ठाकरे
देवेंद्र फडणवीस के साथ ही महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने भी इस पूरे प्रकरण को गंभीर मामला बताते हुए अनिल देशमुख से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने एक पत्रकार परिषद में कहा कि पुलिसवाला बम रखता है, ये मैंने पहली बार देखा। उन्होंने इस पूरे मामले में पुलिस बल के साथ ही महाराष्ट्र के राजनीतिज्ञों की इमेज भी खराब होने की बात कही। राज ने इन सभी मामलों की जांच केंद्र से कराने की मांग की।