महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। विधायकों का आरोप है कि उन्हें विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में बोलने नहीं दिया। लेकिन खास बात यह है कि इस प्रस्ताव में अजित पवार के हस्ताक्षर नहीं हैं। इसके बाद अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि क्या विपक्ष द्वारा पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर सभी को विश्वास नहीं है। अब यह भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या महाविकास अघाड़ी में एकता का अभाव है?
इस अविश्वास प्रस्ताव के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं: अजित पवार
दरअसल, महाविकास अघाड़ी के 39 विधायकों ने 29 दिसंबर की शाम को विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। इस संबंध में विधानसभा सचिव राजेंद्र भागवत को पत्र सौंपा गया है। हालांकि, इस प्रस्ताव के बारे में अजित पवार को किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं है। विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ इस अविश्वास प्रस्ताव के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर मुझे इस प्रस्ताव के बारे में जानकारी होती तो मैं इस पर हस्ताक्षर कर देता।
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‘इन’ विधायकों के हैं हस्ताक्षर?
महाविकास अघाड़ी के विधायकों ने सदन में बोलने नहीं देने का आरोप लगाते हुए विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया है। यह प्रस्ताव महाराष्ट्र विधानसभा सचिव राजेंद्र भागवत को सौंपा है। अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस विधायक सुनील केदार, विधायक सुरेश वरपुडकर, शिवसेना विधायक सुनील प्रभु और राकांपा विधायक अनिल पाटिल ने सचिव को पत्र सौंपा है। इस पत्र पर महाविकास अघाड़ी के 39 विधायकों के हस्ताक्षर हैं।