Siddaramaiah: पहली बार आईपीएल जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore won the IPL) टीम के जश्न में 4 जून को व्यवधान पड़ गया। विजेता खिलाड़ियों के स्वागत(Welcome to the winning players) के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम(Chinnaswamy Stadium) के बाहर मची भगदड़(Stampede occurred) में 11 लोगों की मौत(11 people died) हो गई, जबकि 33 लोग घायल हो गए।
घटना के बाद शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, “मैं इस घटना का बचाव नहीं कर रहा हूं, लेकिन देश में पहले भी कई बड़े हादसे हुए हैं, जैसे कुंभ मेले में 50-60 लोगों की जान चली गई। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि हम जिम्मेदारी से बच रहे हैं।”
सोशल मीडिया पर आलोचना
सोशल मीडिया पर चर्चा है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री का इस तरह से समर्थन करना बेशर्मी की पराकाष्ठा है। उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने भी इस घटना की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि यह लोगों की गलती है। वहीं, भाजपा ने उनसे इस्तीफा मांगा है। उत्तर प्रदेश में हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ के दौरान हर कोई योगी सरकार को दोषी ठहरा रहा था। लेकिन, कर्नाटक सरकार बिना किसी जिम्मेदारी के क्रिकेट प्रशंसकों को दोषी ठहरा रही है, जिससे सोशल मीडिया पर लोगों में गुस्सा है।
क्यूबन पार्क थाने में शिकायत दर्ज
सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने इस संबंध में क्यूबन पार्क थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने आईपीसी की धारा 106 के तहत मामला दर्ज करने की भी मांग की है।
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मृतकों में ज्यादातर युवा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भीड़ में गिरा व्यक्ति उठ नहीं पाया। भीड़ के कारण एंबुलेंस भी देरी से पहुंची। लोग सड़क पर घायलों को सीपीआर देते रहे। एबीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने बताया कि मृतकों में ज्यादातर युवा हैं। इनमें 5 महिलाएं और 6 पुरुष हैं। सभी की उम्र 13 से 33 वर्ष के बीच है। सिर, रीढ़ और पेट में गंभीर चोट लगने से इनकी मौत हुई है।