पिछले काफी दिनों से योग गुरु बाबा रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बीच चल रहे विवाद के बीच पीएम मोदी ने बयान दिया है। उन्होंने नेशनल डॉक्टर्स डे पर आईएमए को योग के लाभ को लेकर रिसर्च करने की सलाह दी है।
पीएम ने नेशनल डॉक्टर्स डे पर कहा कि जब डॉक्टर योग पर स्टडी करते हैं तो पूरी दुनिया इस बात को गंभीरता से लेती है। उन्होंने ऐसा कहते हुए पूछा कि क्या आईएमए की ओर से ऐसे अध्ययन को मिशन मोड पर आगे बढ़ाया जा सकता है? क्या योग पर आपकी स्टडी इंटरनेशनल जनर्ल्स में प्रकाशित हो सकती है?
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे डॉक्टरों की ओर से कोविड प्रोटोकॉल तैयार किया जा रहा है और उसे लागू किया जा रहा है। हमने देखा कि कैसे देश में मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को उपेक्षित रखा गया था। हालांकि कई तरह की परेशानियों के बावजूद भारत की स्थिति कई विकसित देशों की अपेक्षा बेहतर रही।
कोरोना रोधी नियमों पर अमल करने की अपील
पीम ने कहा कि मैं आप सभी लोगों से अपील करता हूं कि पूरी जागरुकता के साथ कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। आज कल चिकित्सा जगत से जुड़े लोग योग को प्रमोट करने के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई आधुनिक मेडिकल साइंस संस्थान इस बात पर स्टडी कर रहे हैं कि आखिर कोरोना संक्रमित होने के बाद कैसे योग लोगों को उबरने में मदद करते हैं।
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डॉक्टरों की प्रशंसा
पीएम ने नेशनल डॉक्टर्स डे पर कहा कि अपने डॉक्टरों के ज्ञान और अनुभव के कारण हमें कोरोना वायरस से लड़ने में मदद मिल रही है। हेल्थ सेक्टर के बजट को भी सरकार की ओर से बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया है। पीएम ने कोरोना काल में डॉक्टरों की सेवा को याद करते हुए इससे जान गंवाने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर पीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने डॉक्टर्स के खिलाफ हिंसा रोकने के लिए पिछले वर्ष ही कानून में कई कड़े प्रावधान किए हैं। इसके साथ ही हम अपने कोरोना वीरों के लिए फ्री इंश्योरेंस कवर स्कीम भी लेकर आए हैं।