चार धाम यात्रा के लिए ये है सरकार द्वारा निर्धारित प्रतिदिन श्रद्धालुओं की सीमा

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चार धाम यात्रा के लिए इस बार रिकॉर्ड तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं। इसे देखते हुए उत्तराखंड सरकार और यात्रा प्रशासन ने प्रतिदिन तीर्थ यात्रा करनेवाले यात्रियों की संख्या तय कर दी है। जिससे असुरक्षा और असुविधा से यात्रियों को बचाया जा सके। इस वर्ष अब तक 3 लाख से अधिक श्रद्धालु चारों धामों में देव दर्शन कर चुके हैं।

मुख्य सचिव एसएस संधू ने गुरुवार को बताया कि यात्रा को व्यवस्थित और सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी धामों में एक दिन में कितने यात्री दर्शन कर सकेंगे इसकी संख्या तय कर दी गई है।

  • केदारनाथ धाम में 13 हजार
  • बदरीनाथ धाम में 16 हजार
  • गंगोत्री धाम में 8 हजार
  • यमुनोत्री धाम में 5 हजार तीर्थ यात्री

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उत्साह चरम पर
इस बार की चार धाम यात्रा ऐतिहासिक होने वाली है। इसका प्रमाण यात्रा के शुरुआती दौर में ही मिलने लगा है। 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुले थे जबकि केदार धाम के कपाट 6 मई और बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खुले हैं लेकिन जिस तरह चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धा का सैलाब उमड़ रहा है, उससे न सारी व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं अपितु असमय हुई बारिश के कारण भी यात्रियों को भारी मुश्किलें हो रही हैं। इसके बावजूद भी श्रद्धालुओं के उत्साह में कमी होती नहीं दिख रही है।

इतने श्रद्धालु पहुंचे
केदारनाथ धाम जहां हर साल सबसे अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं 6 मई से लेकर अब तक 1 लाख 11 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। यहां हर रोज 15 से 20 हजार श्रद्धालु पहुंच रहे हैं ऐसा तब है जब प्रशासन द्वारा भीड़ के मद्देनजर पड़ावों पर बड़ी संख्या में यात्रियों को आगे जाने से रोका हुआ है। क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने से दर्शन का समय भी 5 घंटे बढ़ाना पड़ा है। वही बद्रीनाथ जिनके कपाट 8 मई को खुले हैं वहां 4 दिनों में 65 से 70 हजार श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।

गंगोत्री पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी 70 हजार के पार हो चुकी है तथा 63 हजार श्रद्धालु यमुनोत्री पहुंच चुके हैं। सभी धामों में अब तक 3 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। अब मई माह में यात्रा के लिए आने की चाहत रखने वालों का रजिस्ट्रेशन भी नहीं हो पा रहा है उन्हें आगे की तारीख में रजिस्ट्रेशन कराने को कहा जा रहा है।

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