वो ऐसा फूटा कि 600 परमाणु बमों की ऊर्जा निकली, जानें टोंगा द्वीप का क्या हुआ?

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पिछले सौ वर्षों में सबसे शक्तिशाली विस्फोट हुआ है। यह विस्फोट टोंगा द्वीप पर हुआ है, जो 1883 के बाद सबसे शक्तिशाली विस्फोट है। इससे जो राख, लावा और ऊर्जा निकली, उसकी शक्ति हिरोशिमा परमाणु विस्फोट की अपेक्षा 100 गुना अधिक थी।

यह ज्वालामुखी टोंगा ज्वालामुखी पर पानी के अंदर सुशुप्तावस्था में था, जिसमें अचानक विस्फोट हो गया। इसके विस्फोट की ध्वनि हजारो किलोमीटर दूर अलास्का तक सुनी गई। इससे टोंगा द्वीप समूह पर सुनामी आ गई। वैज्ञानिकों ने इसे पिछले सौ वर्षों में सबसे तीक्ष्ण धव्नि वाला विस्फोट बताया है।

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1883 के बाद सबसे शक्तिशाली विस्फोट

  • अमेरिकी भू वैज्ञानिकों के अनुसार हुंगा टोंगा-हुंगा हा पाई में हुआ यह विस्फोट 21वीं सदी का सबसे शक्तिशाली विस्फोट
  • इस विस्फोट से टोंगा के 170 द्वीप समूह राख में भर गए
  • टोंगा की राजधानी का हवाई अड्डा नुकु अलोफा भी क्षतिग्रस्त
  • टोंगा में संचार व्यवस्था प्रभावित, पानी के अंदर से गए केबल नेटवर्क क्षतिग्रस्त
  • द्वीप पर 15 मीटर ऊंची सुनामी आई
  • तीन लोगों की मौत और बहुत से लोग हुए घायल
  • इसके पहले 1883 में हुआ था इतना शक्तिशाली विस्फोट

वैज्ञानिकों ने बताया 600 लिटिल ब्वॉय जैसा शक्तिशाली
नासा के गोड्डार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के चीफ वैज्ञानिक जैम्स गारविन के अनुसार विस्फोट से दस मेगाटन टीएनटी विस्फोट जितनी ऊर्जा निकली। जो लगभग 667 लिटिल ब्वॉय परमाणु बम जितनी शक्ति लिये थी।

क्या है लिटिल ब्वॉय परमाणु बम?
यह उपनाम अब तक के युद्ध में उपयोग हुए दो परमाणु बमों को दिया गया है। उच्च क्षमतावाले यूरेनियम से लैस ये विस्फोट बी-29 सुपर फ्रोरट्रेस बॉम्बर से छोड़े गए थे। जिनसे 15 हजार टन टीएनटी विस्फोट जितनी शक्ति निकली थी। यह बम जापान के हिरोशिमा में अमेरिका द्वारा गिराया गया था।

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