उत्तराखंड सरकार ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए बड़ा निर्णय लिया है। सरकार ने इस वर्ष की कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया है। 13 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी घोषणा की। इससे पहले सीएम ने उच्चस्तरीय बैठक कर कांवड़ यात्रा की समीक्षा की। बैठक में स्थिति को देखते हुए और विशेषज्ञों की सलाह पर इस वर्ष कांवड़ यात्रा को रद्द करने का निर्णय लिया गया। इस बारे में मुख्यमंत्री ने स्वयं मीडिया को जानकारी दी।
पहले किया था इनकार
इससे पहले उत्तराखंड के नए सीएम धामी ने कहा था कि कांवड़ यात्रा केवल उत्तराखंड का विषय नहीं है। इसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश आदि राज्य भी शामिल हैं। यह श्रद्धा और आस्था से जुड़ा आयोजन है। उन्होंने कहा था कि यात्रा के दौरान यह ध्यान रखना आवश्यक है कि इससे कोरोना संक्रमण न बढ़े। लेकिन बढ़ते कोरोना के खतरे को देखते हुए सीएम ने इस वर्ष कांवड़ यात्रा को रद्द करने का निर्णय लिया है। बता दें कि इस वर्ष 25 जुलाई से कांवड़ यात्रा का शुभारंभ होने वाला था।
महाकुंभ से सबक
बता दें कि अप्रैल में हरिद्वार में आयोजित हुए महाकुंभ मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए थे। इससे राज्य में कोरोना संक्रमण बढ़ गया था और कई श्रद्धालुओं की मौत भी हो गई थी। उससे सबक लेते हुए सरकार ने कांवड़ यात्रा को इस वर्ष रद्द करने का निर्णय लिया है।
रद्द करने की मांग
उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा को रद्द करने की मांग की जा रही थी। इसके साथ ही विशेषज्ञों का कहना था कि अगर कांवड़ यात्रा आयोजित होती है तो कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा पैदा हो सकता है। यह सुपस्प्रेडर इवेंट हो सकता है और इसका प्रभाव पूरे देश पर पड सकता है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी इस वर्ष कांवड़ यात्रा को रद करने क मांग की थी।