प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए क्रैश कोर्स लॉन्च किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि कोरोना महामारी को लेकर देश को तैयार रहने की जरुरत है। पीएम ने कहा कि आज शुरू किए जा रहे क्रैश कोर्स के माध्यम में 1 लाख कोरोना योद्धा तैयार किए जाएंगे। उन्होंने क्रैश कोर्स करनेवाले फ्रंटलाइन वर्कर्स को शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि वे शीघ्र ही हेल्थकेयर वर्कर्स के सहयोग के लिए तैयार हो जाएंगे।
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26 राज्यो के 111 केंद्रों पर दी जाएगी ट्रेनिंग
कोरोना योद्धाओं के लिए विशेष रुप से तैयार किए गए क्रैश कोर्स प्रोग्राम की लॉन्चिंग प्रधामंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 के तहत इसकी शुरुआत देश भर के 26 राज्यों के 111 प्रशिक्षण केंद्रों में की जाएगी। इस अवसर पर स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप के केंद्रीय मंत्री भी उपस्थित थे। पीएम ने कहा कि इस कोविड-19 महामारी ने दुनिया के हर देश, हर संस्था, हर समाज, हर परिवार, हर इंसान के सामर्थ्य को बार-बार परखा है। इसके साथ ही इस महामारी ने साइंस, सरकार, समाज, संस्था और व्यक्ति के रुप में हमें अपनी क्षमताओं का विस्तार करने के लिए सावधान किया है।
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क्रैश कोर्स की खास बातें
- महामारी का सामना करने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी जारी
- एक लाख युवाओं को तीन महीने में किया जाएगा प्रशिक्षित
- प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद दिया जाएगा सर्टीफिकेट
- लक्ष्य हेल्थ केयर सेंटर में गुणवत्ता पूर्ण सहयोग देना
- 6 भूमिकाओं में दक्षता के लिए दी जाएगी ट्रेनिंग
- होम केयर, एडवांस केयर, इमरजेंसी, सैंपल कलेक्शन और मेडिकल इक्विपमेंट सपोर्ट का प्रशिक्षण
- ऑक्सीजन कंसट्रेटर सहित तमाम उकरणों से लेकर एमरजेंसी में एंबुलेंस आदि की भी ट्रेनिंग
- कुल 276 करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान