रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 23 मार्च को कहा कि रेलवे में एन्ट्री लेवल के एक लाख 49 हजार 688 पद खाली पड़े हैं। हालांकि रिक्तियों का सृजन और उन्हें भरना एक सतत प्रक्रिया है। भर्ती एजेंसियों के द्वारा रेलवे द्वार इंडेंट प्रस्तुत करके परिचालनिक आवश्यकताओं के अनुसार रिक्तियों को भरा जाता है।
23 मार्च को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि सभी 17 जोनल रेलवे में कुल 1,49,688 एन्ट्री लेवल की रिक्तियां हैं। इसमें सबसे अधिक उत्तर रेलवे में 19,183 एन्ट्री लेवल की रिक्तियां हैं। भारतीय रेलवे का दक्षिण मध्य रेलवे दूसरे स्थान पर है, जिसमें 17,022 पद खाली हैं। पश्चिम रेलवे 15,377 रिक्तियों के साथ तीसरे और 11,101 खाली पदों के साथ पश्चिम मध्य रेलवे चौथे स्थान पर है।
रिक्तियों का सृजन होना और भरना सतत प्रक्रिया
रेल मंत्री ने कहा कि रिक्तियों का सृजन होना और उन्हें भरना सतत प्रक्रिया है और भर्ती एजेंसियों के द्वारा रेलवे द्वार इंडेंट प्रस्तुत करके परिचालनिक आवश्यकताओं के अनुसार रिक्तियों को भरा जाता है। रेलवे में समूह ग और घ के पदों को रेलवे भर्ती बोर्डो और क्षेत्रीय रेलों के रेलवे भर्ती प्रकोष्ठों के माध्यम से ओपेन मार्केट से चयन करके भरा जाता है। इन एजेंसियों द्वारा उचित प्रकिया का पालन करने के बाद रिक्तियों को अधिसूचित किया जाता है और आवथिक रूप से भरा जाता है।