यह कैसे सुनिश्चित करें कि विद्यार्थी ऑफलाइन कक्षाओं को सहजता से अपनाएँ?

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स्कूलों को फिर से खोलने से न केवल छात्रों को प्रत्यक्ष शिक्षण का लाभ मिलेगा, बल्कि महीनों की रिमोट लर्निंग के बाद मित्रों और शिक्षकों के साथ फिर से जुड़ने का अवसर भी मिलेगा। जैसे-जैसे उनके माता-पिता अपने कार्यस्थल पर लौटेंगे, उन्हें यह भी आश्वासन मिलेगा कि उनके बच्चे स्कूल जैसे सुरक्षित और विश्वसनीय वातावरण में हैं।

विबग्योर ग्रुप ऑफ स्कूल्स की उपाक्ष्यक्ष कविता सहाय केरावाला कहती हैं, लंबे समय तक शिक्षकों और मित्रों से दूर रहने के बाद जब ये छात्र स्कूलों में लौटेंगे, वे महामारी के कारण असुरक्षा संबंधित चिंताओं से जूझ सकते हैं। लॉकडाउन के दौरान पढ़ाई के नुकसान के बाद उन्हें अब प्रत्यक्ष रुप से उपस्थित होकर पढ़ाई करने में भी डर भी लग सकता है।

महामारी से पहलेवाला वातावरण कक्षा में लाने के लिए स्कूलों को सुनिश्चित करना होगा कि, छात्रों की संक्रमण संबंधित चिंताएं दूर हों और उनके स्वास्थ्य व सुरक्षा दोनों का नियमित रूप से ध्यान रखा जाए। स्कूलों को इस बात का भी ध्यान रखने की आवश्यकता है कि छात्रों को एक परिचित माहौल मिले और उन्हें सामाजिक होने और वे दूसरों के साथ बातचीत करने की स्थिति में असहज ना महसूस करें। आवश्यकतानुसार छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से काउंसलिंग भी दी जाए।

छात्रों के मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करना और सख्त प्रोटोकॉल रखना महत्वपूर्ण है। परिसरों की सफाई और उसे कीटाणुरहित करने व छात्रों को सामाजिक दूरी के मानदंडों के बारे में याद दिलाने के लिए जगह-जगह साइनेज लगाने के साथ शुरुआत की जा सकती है। स्कूल परिसर के आसपास चिकित्सा देखभाल सुविधाएं भी स्थापित कर सकते हैं।

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स्कूल आने वाले सभी छात्रों को फेस मास्क पहनना आवश्यक होगा, और कोविड संक्रमित परिवार के बच्चों को घर से पढ़ाई जारी रखने की सलाह देना उचित होगा। जो छात्र ऑफलाइन कक्षाओं में शामिल नहीं होना चाहते हैं, उनके लिए भी ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखी जानी चाहिए। यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण होगा कि अधिक लचीलापन छात्रों की निगरानी करने और उनकी सीखने की प्रगति को मापने की क्षमता को कम कर सकता है।

छात्रों को रिमोट शिक्षा से लाइव निर्देश तक सीखने की सहज निरंतरता सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए, स्कूल एक मिश्रित शिक्षण मॉडल अपना सकते हैं। यह हाइब्रिड शैक्षणिक पद्धति शिक्षा प्रदान करने के लिए कक्षा में शिक्षण और डिजिटल उपकरणों के मिश्रण का उपयोग करती है। मिश्रित शिक्षण मॉडल अत्यधिक असरदार है और शिक्षकों व छात्रों को बदलती परिस्थितियों को जल्दी से अपनाने में मदद करता है, जिससे सीखने की निरंतरता सुनिश्चित होती है।

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